राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता एकनाथ खडसे ने धमकी दी थी। मेरे पीछे ईडी लगी तो मैं सीडी दिखाऊंगा। अब ईडी ने सीडी लगाते हुए खडसे की संपत्ति जब्त की है। ईडी ने एकनाथ खडसे की लोनावला और जलगांव स्थित 5 करोड़ 73 लाख रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है। इसलिए खडसे की मुश्किलें बढ़ गयी हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता एकनाथ खडसे
भोसरी एमआईडीसी में खरीदी गयी जमीन मामले में ईडी पिछले कुछ दिनों से खडसे और उनके परिवार की जांच कर रही है। एक प्रकरण में खडसे के जवाई को ईडी ने गिरफ्तार भी किया गया था, अब एकनाथ खडसे पर भी जब्ती की बड़ी कार्रवाई हुई है।
MIDC अधिकारियों ने अपने जवाब में बड़ा खुलासा किया था। खुलासे के कारण ही खडसे के दामाद गिरीश चौधरी की गिरफ्तारी हुई थी। जमीन के दाम कम करने के लिए गिरीश ने ही दबाव बनाया था, 22 करोड़ की जमीन 3.75 करोड़ में बेचने के लिए अधिकारियों को मजबूर किया। अधिकारियों ने अपने जवाब में बताया है, किस प्रकार शासकीय महशूल भी डूबाने के लिए दबाव बनाया था, जमीन का दाम कम किया गया तो स्टांप ड्युटी भी कम ही भरनी पड़ी। लेखा विभाग ने जमीन का हस्तांतरण करने से मना कर दिया था, अधिकारियों ने अपने जवाब में यह भी बताया।
MIDC अधिकारियों ने अपने जवाब में बड़ा खुलासा किया था। खुलासे के कारण ही खडसे के दामाद गिरीश चौधरी की गिरफ्तारी हुई थी। जमीन के दाम कम करने के लिए गिरीश ने ही दबाव बनाया था, 22 करोड़ की जमीन 3.75 करोड़ में बेचने के लिए अधिकारियों को मजबूर किया। अधिकारियों ने अपने जवाब में बताया है, किस प्रकार शासकीय महशूल भी डूबाने के लिए दबाव बनाया था, जमीन का दाम कम किया गया तो स्टांप ड्युटी भी कम ही भरनी पड़ी। लेखा विभाग ने जमीन का हस्तांतरण करने से मना कर दिया था, अधिकारियों ने अपने जवाब में यह भी बताया।
2016 में महसूल मंत्री रहते हुए खडसे और उनके दामाद गिरीश चौधरी ने पुणे के भोसरी में एक जमीन खरीदी थी, ऐसा आरोप ईडी ने लगाया है। जमीन का बाजार भाव 31 करोड़ होने के बावजूद गिरीश ने मात्र तीन करोड़ रुपये में खरीद लिया। ईडी ने बताया यह भूखण्ड एमआईडीसी के मालिकाने में होने के बावज़ूद इतने कम दाम में व्यवहार कैसे हुआ। जमीन खरीदने के लिए गिरीश ने तीन करोड़ रुपये कहाँ से जमा किये उसका आधार क्या है। इसीका पता लगाने के लिए ईडी ने जांच शुरू की थी।
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