स्वाधीनता दिवस के मौके पर उल्हासनगर महानगर पालिका फायर ब्रिगेड विभाग के चार अधिकारियों/कर्मचारियों का राष्ट्रपति वीरता पदक के लिए चयनित किया गया है। दरअसल स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर पूरे भारत के 25 दमकल अधिकारियों को राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया गया है, जिनमें से महाराष्ट्र को 8 वीरता पदक मिले हैं, जिनमें से 4 उल्हासनगर को मिला है। बता दें कि दो वर्ष पूर्व उल्हासनगर में किये गए बचाव कार्य को लेकर उन्हें राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया गया है।
उल्हासनगर-3 के महक अपार्टमेंट इमारत का एक विंग धराशायी हो गया था। और दूसरी विंग भी झूक गयी थी। उस समय बचाव अभियान के तहत अग्निशमन दल के उक्त कर्मचारियों ने 134 निवासियों को झूकी इमारत से सही सलामत निकाला था। जैसे ही निवासियों को बचाकर बाहर निकाला गया इमारत ढह गयी। इस उपलब्धि के साथ ही उल्हासनगर में इमारत दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी ही है, हर दुर्घटना में सफलता पुर्वक लोगों की जाने बचाने के एवज में अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वालों में मुख्य अधिकारी बालू नेटके, उप मुख्य अधिकारी पंकज पवार, स्टेशन फायर अधिकारी संदीप आसेकर और राजेंद्र राजन को राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
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