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भाजपा नेता प्रकाश माखीजा राजू शेरा पर होगा घरफोड़ी, चोरी, धमकी व मारपीट का मामला दर्ज!

दुकान खाली कराने के लिए 10 लाख का सामान गायब करनेवालों पर होगा चोरी का मामला दर्ज?

हफ्ता बहादुर पुलिस उपनिरीक्षक सचिन शिंदे पर प्राथमिकी (FIR) न दर्ज करने और मारपीट कर शिकायतकर्ता से कोरे कागज पर हस्ताक्षर कराने के मामले में कब होगी कार्रवाई?

कमलेश दुबे 
उल्हासनगर: आरोपी के सामने फरियादी की पिटाई कर कोरे कागज पर हस्ताक्षर लेकर धमकी देने वाले उल्हासनगर पुलिस स्टेशन के उपनिरीक्षक सचिन शिंदे के साथ ही दुकान से 10 लाख से अधिक का माल गायब कर, दुकान को जमीनदोज कराने वाले भाजपा नेता प्रकाश माखीजा और राजू शेरा नामक अवैध निर्माणकर्ता और उसके साथियों पर कार्रवाई करने के लिए अनिल वलेचा पहुंचे पुलिस महानिदेशक संजय पान्डेय के पास। मुख्यमंत्री को भी लिखा पत्र!    प्रथम छवि राजू शेरा व द्वितीय प्रकाश माखीजा 
उल्हासनगर एक नंबर पुलिस स्टेशन हमेशा विवादों के घेरे में रहता है।  कभी गुटखा बेंचने वालों से हफ्ता लेने का ठेका देने के लिए। कभी पुलिस उपनिरीक्षक सचिन शिंदे द्वारा मकान, दुकान खाली कराने का ठेका लेने के कारण! शिंदे एक अय्याश किश्म के अफसर हैं। इनके संबंध उल्हासनगर 24 स्कूल स्थित एक विवाहित, बाल-बच्चेदार महिला से हैं। यह साहब अपने पैसों और ओहदे के जोर पर एक हंसता खेलता घर तबाह करने पर लगे हैं। इस तरह की अय्याशियां बिना पैसों के तो हो नहीं सकती इसलिए मजबूरन इनको हर एक(FIR) एफआईआर लिखने के लिए पैसे लेने पड़ते हैं! शिंदे फरियाद लेकर आये लोगों की जेबें टटोल कर ही काम करते हैं चाहे वह प्राथमिकी दर्ज करना हो या फिर मकान दुकान खाली कराना हो। रुपये न देने वाले को धमकी गाली-गलौज, मारपीट कर ऐन केन प्रकारेण भगा देते हैं। ऐसा ही एक मामला उल्हासनगर-2  के अनिल वलेचा (42) पता बैरक क्र. 351, रुम क्र.1 दुकान क्र. 4 लासी गली, इन्होने 4 अगस्त 2021 को पुलिस को एक अर्जी दी है कि प्रकाश माखीजा, राजू शेरा व 4/5 अपरिचित लोगों ने उसकी दुकान का शटर व स्लैब तोड़कर दुकान में रखा दस ग्राम सोना, कास्टिंग मशीन, सोना पावडर मिली एक बाल्टी मिट्टी, बिजली से चलने वाला तराजू, काऊंटर जिसमें बारह सौ रुपये रखे हुए थे। यह सब सामान रात के अंधेरे में चुरा लिया है।
      अनिल वलेचा जिनकी दुकान में चोरी हुई 

प्रकाश माखीजा उल्हासनगर भाजपा के एक कद्दावर नेता हैं और उनकी पत्नी नगरसेविका हैं। परंतु पत्नी को मनपा काम काज से कोई लेना-देना नहीं है। जया स्थायी समिति सदस्य और सभापती भी रहीं परंतु अपने कार्यकाल के दौरान एक भी दिन वह मनपा कार्यालय नहीं गयीं। सारा काम काज प्रकाश माखीजा ही स्वघोषित नगरसेवक बन देखते हैं। प्रकाश माखीजा अवैध निर्माण, पुलिस की सेटिंगबाजी के लिए शहर में मशहूर हैं। इसीलिए इन्होंने अनिल वलेचा की दुकान खाली कराने की सुपारी 3 लाख में ली है और राजू शेरा ने यह अवैध बांधकाम करने का ठेका लिया है। प्रकाश माखीजा ने अवैध निर्माण के लिए कई प्यादे पाल रखें हैं जिसमें सबसे बड़ा प्यादा महेश तन्ना इसके अलावा अनिल पापड़, दिलिप पंजाबी व अन्य।
   आयुक्त जयजीत सिंह, उपायुक्त प्रशांत मोहिते 

अनिल रमेशलाल वलेचा ने बताया कि यह दुकान उसके पिता ने करीब तीस वर्ष पहले रेवाचंद झुरयानी से किराये पर लिया था। रेवाचंद ने दुकान देने के बदले सुरक्षा राशि (deposit) भी ले रखा था। अनिल जो पहले ही करोना महामारी के चलते परेशान था। अब दुकान और दुकान का सामान चोरी हो जाने से उसका परिवार भुखमरी के कगार पर आ गया है। जब अनिल वलेचा उल्हासनगर पुलिस स्टेशन गया तो निरीक्षक महोदय ने कहा तू कोर्ट में जा यह सिविल मैटर है। आश्चर्यजनक बात है चोरी और जबरन दुकान तोड़ने का मामला सिविल मैटर कैसे हो गया। हो भी सकता है जब साहब की आंखों पर नोटों की गड्डियां बंधी हों। अनिल बेरोजगार होकर अपना सामान दर दर ढूंढ रहा है। और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, पुलिस महासंचालक को पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगा रहा है। अब देखना यह है कि सरकार ने उपनिरीक्षक सचिन वझे को 100 करोड़ की जो वसुली का ठेका दिया था। कहीं उल्हासनगर से भी कोई ठेका तो निर्धारित नहीं है? पत्र की एक प्रति अग्निपर्व टाइम्स के पास मौजूद है। 

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