दुसरे अवैध निर्माणों के लिए प्रभाग अधिकारी पर वसूली के लिए डालता है दबाव!
नगरसेवक राजु जग्यासी और रवी जग्यासी
उल्हसनगर : कैम्प क्रमांक-३ स्टेशन रोड पर स्थित संत भगत कंवरराम चौक पर स्थानीय भाजपा नगर सेवक राजू जग्यासी और रवि जग्यासी का घर है। जो वर्षों पूराना है अब राजू जग्यासी अपने उसी पूराने घर के ऊपर दो मंजिलें और चढ़ा रहे हैं।
आयुक्त राजा दयानिधि, महापौर लीलाबाई आशान
वर्षों पुरानी इमारत पर अधिक निर्माण करना आस पास के रहवासियों के साथ उनके खुद के लिए भी धोखेदायक है। उस समय दो मंजिलों के लिए ही नीव डाली गयी होगी, अब तक सरिया और सीमेंट की तासीर भी कम हो गयी होगी। एक तरफ जहाँ पुरानी इमारतें गिर रही हैं। वहीं यह दोनों ही भाई नगरसेवक होने का नाजायज फायदा उठा रहे हैं। इस गैरजिम्मेदाराना हरकत में सहायक आयुक्त अजित गोवारी और उल्हासनगर महानगरपालिका आयुक्त डाक्टर राजा दयानिधि सहयोग कर रहे हैं। रवी जग्याशी पैनल ११ के भाजपा नगरसेवक हैं। तो वहीं राजू जग्याशी पैनल ५ में नगरसेवक हैं। इस तरह दोनों भाई अपनी नगरसेवकी का फायदा उठाकर लोगों की जान माल को धोखे में डालकर पुरी तरह से धोखेदायक इमारत का निर्माण कर रहे हैं। अपने पद का दुरूपयोग कर आसपास रहने वालों के घरों के सामने आये दिन अपना ईंट पत्थर, रेती, सिमेंट गिराते हैं। जिससे उनको तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है।
वैसे दोनों भाई अवैध निर्माण से वसूली के लिए जाने जाते हैं। छोटे मोटी रिपेयरिंग की भी वसूली से बाज नहीं आते ऐसा लोगों का कहना है। प्रभाग अधिकारी का कहना है, अगर इनकी न सुने तो राजू जग्यासी महासभा में मुद्दा बड़े जोर से उठाते हैं। और आयुक्त पर दबाव बनाते हैं कि अधिकारी को निलंबित किया जाना चाहिए ऐसी मांग करते हैं आयुक्त डा. राजा दयानिधि को तो नियमों से कुछ लेना देना नहीं वे तो नगरसेवकों, महापौर की गुलामी करते नजर आते हैं ! आईएएस जैसा कोई व्यवहार आयुक्त दयानिधि में दिखाई नहीं देता! अवैध निर्माण पर कार्रवाई कर पाना इनके बस में है ही नहीं, इतना लाचार आयुक्त हमने कभी नहीं देखा! इनसे भाजपा के दो नगरसेवक राजू जग्यासी और रवि जग्यासी पर कोई कार्रवाई करने की उम्मीद करना बेमानी है।
वैसे दोनों भाई अवैध निर्माण से वसूली के लिए जाने जाते हैं। छोटे मोटी रिपेयरिंग की भी वसूली से बाज नहीं आते ऐसा लोगों का कहना है। प्रभाग अधिकारी का कहना है, अगर इनकी न सुने तो राजू जग्यासी महासभा में मुद्दा बड़े जोर से उठाते हैं। और आयुक्त पर दबाव बनाते हैं कि अधिकारी को निलंबित किया जाना चाहिए ऐसी मांग करते हैं आयुक्त डा. राजा दयानिधि को तो नियमों से कुछ लेना देना नहीं वे तो नगरसेवकों, महापौर की गुलामी करते नजर आते हैं ! आईएएस जैसा कोई व्यवहार आयुक्त दयानिधि में दिखाई नहीं देता! अवैध निर्माण पर कार्रवाई कर पाना इनके बस में है ही नहीं, इतना लाचार आयुक्त हमने कभी नहीं देखा! इनसे भाजपा के दो नगरसेवक राजू जग्यासी और रवि जग्यासी पर कोई कार्रवाई करने की उम्मीद करना बेमानी है।
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