ताजा ख़बर

6/recent/ticker-posts

टोनी गुटखा ही नहीं बेचता क्रिकेट सट्टेबाजी भी करता है!

टोनी गुटखा ही नहीं बेचता खेलवाता है मैच में सट्टा, पिंपरी पुलिस का समन मिल चुका है टोनी को!

मैच सट्टे में हारने के बाद शहर में कई युवकों की हत्या और आत्महत्या हो चुकी है, फिर भी मैच सट्टा बंद होने का नाम नहीं ले रहा है।
      टोनी गुटखेवाला 

उल्हासनगर शहर में अनेकों प्रकार के अवैध कारोबार होता है। यही कारण है कि उल्हासनगर में नियुक्ति के लिए पुलिस अधिकारी और कर्मचारी लाखों रुपये देकर उल्हासनगर में अपनी नियुक्ति करवाते हैं। आज के इस महामारी के दौर में भी हर रोज उल्हासनगर में बिकता है करोड़ों रुपये का प्रतिबंधित गुटखा शहर के मशहूर गुटखा व्यापारी हैं। टोनी, दीलीप, निक्की, मुकेश, दिनेश व लोटा हैं जिनपर तलासरी में दर्ज हैं अनेको मामले। इनका गुटखे का ही कारोबार नहीं है, इसके अलावा इनमें से कोई मैच में सट्टा लगवाने का काला कारोबार करता है तो किसीके जुआघर चल रहे हैं।
     दीपक दुसेजा उर्फ्फ़ दिनेेश

विश्वस्त सुत्रों से मिली जानकारी अनुसार उल्हासनगर कैम्प क्रमांक 4 के 26 सेक्सन गुरुसंगत दरबार के पास टोनी गुटखे वाले के नाम से मशहूर है। वहीं टोनी का प्रभात गार्डन के पास एक कार्यालय है। यह कार्यालय हिललाईन पुलिस स्टेशन के हद में है जहाँ से मैच में सट्टा लगाने के लिए लोटस, डायमंड नामक मोबाइल लिंक खिलाड़ियों के मोबाइल पर दी जाती हैं। 10 हजार से 25 हजार तक रुपये लेकर मैच में सट्टा लगाने का मौका दिया जाता है। मैच में कौनसी टीम की हार होगी, किस टीम की जीत व कौन खिलाड़ी कितना रन बनायेगा आदि पर पाइंट लगाये जाते हैं। जिसमें रोज लाखों रुपये की हार जीत होती है। मैच सटोरिया के बेताज बादशाह टोनी, नोनू और परेश हैं। सट्टेबाजी के लिए आय डी देनेवालों की तलाश में है पिंपरी पुलिस।.     लोटा 

इसी तरह टोनी, दिलिप, निक्की, दिनेश, लोटा व मुकेश हर रोज ट्रकों से मंगवाते हैं गुटखा बंद बैरकों में बनाया गया है गोदाम उल्हासनगर 1 से 5 ही नहीं कल्याण के साथ ही आस पास के शहरों को भी यह लोग पहुंचाते हैं प्रतिबंधित गुटखा। विमल, शुद्ध प्लस, RMD के अलावा अनेकों प्रकार के गुटखे का थोक व्यापारी है उपरोक्त लोग। बताया जाता है सुबह 4/ 5 बजे गुजरात से गुटखे से लदा हुआ ट्रक आता है। और दिन भर तीन चक्का, चार चक्का और अक्टिवा के डिक्की में व आगे रखकर दुकानों पर पहुंचाया जाता है।.     सूजी 

टोनी कहता है पुलिस पुलिस आयुक्त, उपायुक्त, सहायक उपायुक्त निरीक्षक से लेकर बिट मार्शल तक को हम पैसे देते हैं। पूरा अन्न औषधि विभाग, पुलिस विभाग मेरी जेब में है। हमारा कारोबार कौन बंद करा सकता है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ