उल्हासनगर संवाददाता
उल्हासनगर शहर के सहायक उपायुक्त डी. डी. टेले के कार्यालय के ठीक सामने दस कदम की दूरी पर दीपक नामक जुआरी मटका जुआ के साथ चला रहा है, अनेकों प्रकार का जुआ। जुआघर चलाने वाला दीपक
महामारी के इस दौर में जहाँ सारी दुकाने बंद हैं। महाराष्ट्र सरकार ने जनता कर्फ्यू और लाकडाऊन घोषित किया हुआ है। लोगों को बिना जरुरी काम के बाहर निकलने से मना किया हुआ है। सरकारी कार्यालयों की उपस्थिति 15% कर दिया हो वहाँ करोना फैलने का काम करते हैं ऐसे जुआघर। क्योंकि इन जुआघरों में शारीरिक दूरी और मास्क के लिए कोई स्थान नहीं है। आश्चर्य की बात है अनेकों शिकायतों के बाद भी इस तरह महामारी फैलाने वाले जुआघरों को बंद कराने में मध्यवर्ती पुलिस असमर्थ सी नजर आ रही है।
अमित रुपरेला ने बताया दबाव के चलते अगर यह जुआघर पुलिस को बंद करवाना पड़ता है तो पुलिस वाले फोन पर कहते हैं दो तीन लोगों को भेज दो केस दिखाना है। और आज दिन के लिए जुआघर बंद कर दे, सुबह फिर से चालू कर देना। यह हाल है उल्हासनगर पुलिस का। पुलिस सह. उपायुक्त डीडी टेले की सेवानिवृत्ति नजदीक होने से वे ज्यादा से ज्यादा माल लपेट लेना चाहते हैं। अब उल्हासनगर में चर्चा है सबकी कमाई बंद करवाकर अपनी कमाई शुरू रखी है पुलिस विभाग ने।
0 टिप्पणियाँ