ताजा ख़बर

6/recent/ticker-posts

उल्हासनगर मनपा उपमहापौर का अंगरक्षक पुलिस बनकर करता था राहजनी, अंबरनाथ पुलिस ने पकड़ा!!

रिपब्लिकन पार्टी संगठक निकला चोर अंबरनाथ पुलिस ने किया गिरफ्तार, 31मई तक मिला पुलिस रिमांड पर !!

अंबरनाथ संवाददाता
अंबरनाथ पुलिस ने बिना नंबर प्लेट की मोटर साइकिल पर दो लोगों को जाते देख, रोककर पूछताछ शुरू की तो पता चला कि रास्ते में चलते हुए राहगीरों को पुलिस अधिकारी व मनपा कर्मचारी बताकर लूटा करते थे। न्यायालय ने 31 मई तक सुनाई पुलिस हिरासत।
रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया आठवले गट के उल्हासनगर मनपा में उपमहापौर भगवान भालेराव के खाश चहेते, उनके साथ कार में बैठकर घूमने वाले अंगरक्षक व उल्हासनगर शहर रिपब्लिकन पार्टी शहर संगठक चंद्रमनी शंकर ससाने उम्र (37) व उसका साथी अनिल कडूबा बेलदोडे उम्र (28) दोनों रहवासी, भैय्या साहब अंबेडकर नगर, ओटी सेक्शन कैम्प क्रमांक 2, उल्हासनगर । यह दोनों मटका चौक से अपनी निले रंग की बिना नंबर प्लेट वाली सुजुकी मोटर साइकिल से 27 मई 2021 को जा रहे थे। मोटर साइकिल पर नंबर न होने के कारण अंबरनाथ गुन्हा प्रकटीकरण शाखा के पुलिस अंमलदार पोशि 6395/ पाटील व 3061/मुंढे को सक हुआ, उन्होंने उस मोटर साइकिल का पीछा किया, आर्डनस इस्टेट रोड पर रुकवाया और पूछताछ शुरू की सही जवाब न देने के कारण दोनों पुलिस वालों का सक और गहरा गया तब दोनों को पुलिस स्टेशन ले आये, जहाँ पुलिस उपनिरीक्षक खोचर ने दोनों से पूछताछ व जांच शुरू की तो निकलकर सामने आया दोनों ने शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन हद में 25 मई 2021 के दिन, एक राहगीर से पूछा मास्क क्यों निकाला? हम पुलिस वाले हैं, बताकर उनसे उनकी सोने की अंगूठी छीन ली कबूल किया। ऐसी कोई घटना शिवाजीनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज है इसकी जांच की तो पता चला गुन्हा संख्या 139/21 में भा.दं.सं. की धारा 419, 420,170,/34 के तहत मामला दर्ज था। मामला दर्ज करवाने वाले भालेराव को पुलिस स्टेशन बुलाकर दोनों आरोपियों की पहचान करायी गयी तो उन्होंने दोनों गुनाहगारों और उनके वाहन को पहचान लिया। जांच से पता चला है कि एक ऐसा ही गुनाह संख्या 336/21, भा.दं.सं. की धारा 420, 34 के तहत दर्ज है उसके भी आरोपी यही दोनों हैं। तब दोनों को अंबरनाथ पुलिस ने न्यायालय के समक्ष उपस्थित किया, न्यायालय ने आगे की जांच के लिए 31 मई 2021 तक के लिए दोनों को पुलिस हिरासत में भेज दिया। "तुमने इतना सोना पहना है चोरियाँ बढ़ गयी है तुम्हे पता नहीं हम पुलिसवाले हैं"। इस तरह का झांसा देकर, उल्हासनगर रिपब्लिकन पार्टी (आ) का शहर संगठक लूट रहा था लोगों को। जिन नेताओं के अंगरक्षक, पार्टी पदाधिकारी, पाकेटमार, डकैत, गुंडे व चोर होंगे ऐसे नेताओं पर आम जनता भरोसा कैसे करे? यह एक सवाल लोगों के दिलो दिमाग में घूम रहा है।






एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ