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मास्क न लगाने पर दिल्ली में जेल, महाराष्ट्र में लेन देन का खेल!!

राहुल व उसकी बहन और जीजा बिट्टू पर लगाना चाहिए था, भा.द.स. संहिता की धारा 332, 353 के साथ बिमारी फैलाने की धारा। पर उनको छोड़ दिया गया।
    हुक्काबार में धुंआ उड़ाता राहुल नंद चोइथानी

दिल्ली में मास्क न लगाये जाने पर जेल उल्हासनगर में आजाद घूम रहे हैं, बीमारी फैलाने वाले।   पुुुुलिस उपायुक्त परिमंडल 4 प्रशांत मोहिते 

दिल्ली में मास्क न लगाये जाने पर मास्क लगाने के लिए कहने पर पुलिस कर्मचारियों से तू तू मैं मैं और हुज्जत करने वाले अतिशिक्षित दम्पति को दिल्ली न्यायालय ने जमानत देने से इंकार कर दिया और उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया। उल्हासनगर के पुलिसवाले आरोपियों को न्यायालय तक ले ही नहीं गये ले देकर पुलिस स्टेशन से ही छोड़ दिया!
         नवनिर्माण जनहित सामाजिक संस्था
               सचिव - रवी पवार 

उल्हासनगर के नेहरु चौक पर १७ अप्रैल २०२१ की रात ८ बजे के दरम्यान यह घटना घटी, जहाँ राहुल अपनी बहन के साथ मोटर साइकिल से बिना मास्क के जा रहा था। बहन भाई दोनों ने ही मास्क नहीं लगाया था। चौक पर तैनात पुलिस कर्मचारियों ने रोका और मास्क न लगाये जाने के बारे में सवाल करने शुरू किये, सवालों से नाराज राहुल ने अपने जीजा बिट्टू हरचंदानी को बुलाया जिजा पास ही था। तुरंत वहां पहुंच गया। बिट्टू ने भी मास्क नहीं लगाया था। पुलिस से डरने की बजाय आते ही पुलिसवालों को गाली बकना शुरू कर दिया और यातायात निरीक्षक श्रीकांत धरने से हाथापाई पर उतर आया। चौक पर यातायात पुलिस चौकी है। वहां से और पुलिस वाले आ गये यह देख बिट्टू वहां से भाग खड़ा हुआ और पुलिस वालों ने सिर्फ राहुल को पकड़ा और राहुल की बहन को जाने दिया। अकेले राहुल को उल्हासनगर पुलिस स्टेशन ले गये और रात एक बजे के आसपास उसे छोड़ दिया। शहर में चर्चा है कि पुलिस वालों ने १ लाख १० हजार में तोड़ पानी किया है। यह खबर हमने अग्निपर्व टाइम्स पर प्रकाशित किया परंतु अब तक पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने कोई जांच नहीं बैठाई न ही राहुल, राहुल की बहन और जीजा बिट्टू पर कानून के तहत कार्यवाही कर जेल भेजा। राहुल का जीजा बिट्टू एक स्वर्ण तस्कर है। नवनिर्माण जनहित सामाजिक संस्था सचिव रवी पवार ने मुख्यमंत्री से मांग की है। यातायात पुलिस निरीक्षक धरने, उस समय उल्हासनगर पुलिस स्टेशन में सेवा में तैनात पुलिस उपनिरीक्षक शिंदे और खुफिया विभाग में तैनात भारत धराड़े की जांच की जाय। बिमारी फैलाने वाले तीनो लोगों को क्यों और कैसे छोड़ दिया गया? बीमारी के इस माहौल में कानून न मानने वालों को पुलिस से गाली-गलौज करने वालों को सलाखों के पीछे क्यों नहीं भेजा गया। 

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