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उल्हासनगर में एक और प्राकृतिक नाला कब्जा!

नवी मुंबई के पैराडाइन ग्रुप ने नाले पर कब्जा कर खड़ी की बहुमंजिला इमारत!
   कुमार लॉन्स मेें शुरू निर्माण कार्य 

उल्हासनगर महानगरपालिका अंतर्गत फुटपाथ, नाला आदि सरकारी जगहों पर अतिक्रमण कर निर्माण कार्य किया जाना आम बात है। इसी प्रकार की एक घटना उल्हासनगर से प्रकाश में आयी है, जहाँ एक विकासक द्वारा 20 फुट चौड़े प्राकृतिक नाले को मिट्टी डाल कर पाट दिया गया, और उसपर बहुमंजिला इमारत का निर्माण कार्य शुरू है।     नगरसेवक राजेेंद्र सिंह भुल्लर महाराज 

उल्हासनगर महानगरपालिका अंतर्गत प्रभाग क्रमांक ३ में हरमन मोहता नामक लोहे के छड़, गाटर इत्यादि बनाने की कंपनी थी। कंपनी बंद होने के बाद जगह उल्हासनगर विधानसभा सीट से विधायक कुमार ऐलानी ने खरीद लिया और यह जगह कुमार लॉन के नाम से विख्यात हो गयी। इस जगह में एक २० फुट चौड़ा प्राकृतिक नाला था। नाले के अस्तित्व में होने का रिकॉर्ड उमनपा के स्वच्छता विभाग में दर्ज है। हर वर्ष बरसात से पहले नाले को पोकलैन मशीन से साफ किया जाता था, परंतु इस स्थान पर महानगर पालिका की अनुमति लिए बिना पैराडाइन ग्रुप के विकासक द्वारा प्राकृतिक रुप से बहनेवाले नाले को मिट्टी डाल कर पाट दिया गया और बहुमंजिला इमारत खड़ी कर दी गई। इतना ही नहीं उक्त जगह में बदलाव करके एक छोटे नाले का निर्माण किया गया, जिससे उक्त जगह का गंदा पानी निकल नहीं पाता और झोपड़पट्टी में रह रहे लोगों के घरों में रिसाव हो रहा है। शिवसेना के वरिष्ठ नगरसेवक राजेंद्र सिंह भुल्लर महाराज ने उल्हासनगर मनपा आयुक्त को लिखे पत्र में सवाल किया है कि नाले को बंद कर उसपर निर्माण कार्य करने और नाले के मूल स्वरूप में बदलाव करने की अनुमति दी गई है क्या ? जलापूर्ति विभाग ने नल जोड़ने की अनुमति दी है क्या? इसी प्रकार विकासक ने उमनपा से किसी प्रकार का ना हरकत परवाना लिया है क्या? इस संबंध में मनपा प्रशासन लिखित खुलासा करे क्योंकि यह अत्यंत गंभीर विषय है। बहुमंजिला इमारत बनने से यहां के गरीब नागरिकों को तरह-तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, इसी तरह बारीश में वाल्मीक नगर सहित अन्य भागों के डूबने का खतरा पैदा हो गया है।
   अवैध कोनार्क रेसीडेंस 

उल्हासनगर में नाला कब्जा करने का यह एक अकेला मामला नहीं है, इसके पहले भी सी ब्लाक परिसर में चंदर बाबलानी ने मरम्मत की इजाजत लेकर आहाता घेर कर नाले की घेराबंदी की और मिट्टी डाल कर पाट दिया, पाटकर उस पर अवैध निर्माण खड़ा कर दिया। जिसके चलते सी ब्लाक, इंदिरा गाँधी नगर, राजीव गांधी नगर और बालकृष्ण नगर के साथ गोल मैदान और नेहरु चौक तक पानी भर जाता है। इसी तरह कोनार्क रेसिडेंसी के निर्माणकर्ताओं ने भी एक नाला घुमा दिया जिसके कारण आज भी बारिश में शहाड के लोगों के घरों में पानी भर जाता है।





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