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हिसाब रिटायर्मेंट वरिष्ठ नागरिक भुखमरी के हालात में!

मुंबई महानगर पालिका कंगाल, नहीं दे पा रही रिटायर्मेंट लोगों का हिसाब रिटायर्मेंट वरिष्ठ नागरिक भुखमरी के हालात में!

मुंबई महानगर पालिका में कार्यरत रहे करीब आठ नौ लोग 31 जनवरी 2020 को नौकरी से रिटायर हो गये थे परंतु उनको 10 महिने बीत जाने के बाद आज तक एक रुपये भी नहीं मिले लोग लगा रहे हैं मुंबई महानगर पालिका के चक्कर।
मुंबई महानगर पालिका (ए) कटेगरी की महानगर पालिका है इसका बजट एक छोटे राज्य के बराबर है। मनपा की सत्ता पर बीसों बरस से शिवसेना का कब्जा है। बतादें कुछ लोग जिन्होंने अपना नाम लिखने से मना किया है। ऐसे लोगों ने बताया कि वह लोग 31 जनवरी को रिटायर हो गये हैं। उन्हें लगा था रिटायर्मेंट के बाद दो महीने में मनपा उनको उनका हिसाब दे देगी और पेंशन शुरू हो जायेगी ताकि बाकी जिंदगी आराम से कट सके। परंतु ऐसा हुआ नहीं। नवंबर महीना चल रहा है लोग दिवाली की खुशियां मनाने की तैयारी में जुट गये हैं। जो कार्यरत हैं उनको बोनस मिल रहा है। परंतु रिटायर्मेंट लोगों के घरों में भुखमरी का माहोल बना हुआ है क्योंकि मुंबई महानगर पालिका के चक्कर काट काट कर लोग थक चुके हैं। परंतु उन्हें अभी तक मनपा की तरफ से एक रुपया भी नहीं मिला है। ऐसे वरिष्ठ नागरिकों की दिवाली खराब कर भुखमरी के कगार पर लाने का श्रेय कुर्सी पर बैठे उन बाबुओं को जाता है। जिन्होंने दस महिने बीत जाने के बाद भी फाईल निपटा नहीं पाये या फिर हिसाब देने के लिए मुंबई महानगर पालिका के पास पैसे ही नहीं है। क्या नेता ऐसे लोगों पर ध्यान देंगे या फिर नौकरी खत्म होते ही रिश्ते भी खत्म हो जाते हैं। 

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