अवैध निर्माणकर्ताओं पर कुछ ज्यादा ही दया!!
अपटा संवाददाता उल्हासनगर
अवैध निर्माणकर्ताओं पर ज्यादा ही दया दिखा रहे हैं। उमनपा आयुक्त डाँ. राजा दयानिधि इसीलिए शहर में हर तरफ अवैध निर्माणों की बाढ़ आ गई है। बिना प्लान के बहुमंजिली इमारतों का अवैध निर्माण हो रहा है तो वंही एक और दो मंजिला टियरगटर का भी अवैध निर्माा जोरों पर अवैध निर्माण से पट गया है शहर ।
उमनपाआयुक्त डाँ.राजा दयानिधि
उल्हासनगर शहर का जबसे डाँ. राजा दयानिधि ने, उल्हासनगर मनपा आयुक्त का पदभार संभाला है। तबसे अवैध निर्माणकर्ताओं के लिए एक सुनहरा अवसर सा आ गया है। शहर में हर तरफ अवैध निर्माणों की बाढ़ सी आ गई है। ऐसा लगता है जैसे महाराष्ट्र सरकार ने इनको उल्हासनगर में अवैध निर्माण को बढ़ावा देने के लिए ही उल्हासनगर महानगर पालिका आयुक्त बनाया हो। हर रोज समाचारपत्र और सोसल मिडिया अवैध निर्माणों के समाचारों से भरा रहता है। परंतु आयुक्त महोदय की ओर से किसी कार्यवाही का कोई संकेत तक नहीं दिखाई देता है। जिससे अवैध निर्माण करने वालों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि, आरक्षित भूखण्ड पर कब्जा कर अवैध निर्माण को अंजाम दे रहे हैं। अधिकारिक प्लान के बगैर ही बहुमंजिली इमारतों का निर्माण कर रहे हैं। जिससे शहर अवैध निर्माणों का शहर बनता जा रहा है। चोपड़ा कोर्ट तोलानी एसोसिएट के पास का अवैध निर्माण
शहर के मध्य से बहने वाली वालधुनी नदी को पाटकर अवैध निर्माण किया जा रहा है। सीआरजेड की परवाह किए बगैर जहाँ हरे भरे पीपल के पेड़ो को भी धड़ल्ले से काटा जा रहा है। इनको पर्यावरण की कोई परवाह नहीं। जहाँ एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीपल का पेड़ लगाकर पर्यावरण को बचाने का आवा-हन कर रहे हैं वहीं उन्ही के पार्टी के कुछ लोगों पर पीपल का हरा भरा वृक्ष काटकर जगह हड़पने का आरोप लग रहा है।
उल्हासनगर शहर का जबसे डाँ. राजा दयानिधि ने, उल्हासनगर मनपा आयुक्त का पदभार संभाला है। तबसे अवैध निर्माणकर्ताओं के लिए एक सुनहरा अवसर सा आ गया है। शहर में हर तरफ अवैध निर्माणों की बाढ़ सी आ गई है। ऐसा लगता है जैसे महाराष्ट्र सरकार ने इनको उल्हासनगर में अवैध निर्माण को बढ़ावा देने के लिए ही उल्हासनगर महानगर पालिका आयुक्त बनाया हो। हर रोज समाचारपत्र और सोसल मिडिया अवैध निर्माणों के समाचारों से भरा रहता है। परंतु आयुक्त महोदय की ओर से किसी कार्यवाही का कोई संकेत तक नहीं दिखाई देता है। जिससे अवैध निर्माण करने वालों का मनोबल इतना बढ़ गया है कि, आरक्षित भूखण्ड पर कब्जा कर अवैध निर्माण को अंजाम दे रहे हैं। अधिकारिक प्लान के बगैर ही बहुमंजिली इमारतों का निर्माण कर रहे हैं। जिससे शहर अवैध निर्माणों का शहर बनता जा रहा है। चोपड़ा कोर्ट तोलानी एसोसिएट के पास का अवैध निर्माण
शहर के मध्य से बहने वाली वालधुनी नदी को पाटकर अवैध निर्माण किया जा रहा है। सीआरजेड की परवाह किए बगैर जहाँ हरे भरे पीपल के पेड़ो को भी धड़ल्ले से काटा जा रहा है। इनको पर्यावरण की कोई परवाह नहीं। जहाँ एक ओर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीपल का पेड़ लगाकर पर्यावरण को बचाने का आवा-हन कर रहे हैं वहीं उन्ही के पार्टी के कुछ लोगों पर पीपल का हरा भरा वृक्ष काटकर जगह हड़पने का आरोप लग रहा है।
उल्हासनगर के चोपड़ा कोर्ट परिसर में तोलानी एसोसिएट से सटकर एक बहुमंजिली इमारत का निर्माण किया जा रहा है। जिसका प्लान पास न होने की जानकारी मिली है। इसी तरह शहर में सैकड़ों अवैध निर्माण धड़ल्ले से चल रहे हैं। उल्हासनगर महानगर पालिका की तिजोरी को चूना लगाने के साथ ही जनता को भी ठगा जा रहा है। कौन बचाएगा शहर को ऐसा अफसर या नेता कंही दूर दूर तक दिखाई नहीं देता है। नदी को पाटकर पेड़ों का कत्ल कर हो रहा है अवैैध नििर्माण
जब पालनहार ही कातिल बन जाये तो पाल्य को कौन बचाये। यही हाल उल्हासनगर शहर का है।
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