पुलिस जुआघर बंद कराने में असफल अब महिलाओं ने उठाया बीड़ा और शुरु किया जुए के अड्डे में घुसकर विडियो रिकॉर्डिग।।
सहा.उपायुक्त डीडी. टेले आयुुक्त विवेक फंसालकरठाणे जिले के उल्हासनगर शहर में नेहरू चौक के पास सनम चाय वाली गली में पीछे बड़े पैमाने पर आन लाइन, पिंगपांग, सोरठ, और अन्य कई तरह का जुआ शुरु था। नवनिर्माण जनहित सामाजिक संस्था(NGO)की टीम महिलाओं को साथ लेकर पहुंची और जुए के अड्डे की रिकार्डिंग कर पुलिस को सूचना दी चल रहेे जुआघर की तस्वीरें उल्हासनगर, कल्याण, भिवंडी, अंबरनाथ बदलापूर, डोम्बिवली या यूं कहें सारे ठाणे जिले में अवैध जुआघरों का बोलबाला है। जब लाकडाऊन के दरम्यान सारा देश बंद था तब भी जुआ शुरु था। जुए के अवैध कारोबार से पुलिस प्रशासन को महिने में करोड़ों का हफ्ता मिलता है। इसलिए जुआ घर की चाहे जितनी शिकायत करो पुलिस कार्रवाई नहीं करती। यही कारण है कि उल्हासनगर दो नेहरू चौक के पास सनम चाय और येवले चाय के पीछे चल रहे अवैध जुआघर पर स्थानीय महिलाओं के साथ नवनिर्माण जन हित सामाजिक संस्था (NGO) के कुछ लोगों ने चढ़ाई कर दी। बताया जाता है। पुलिस से कई बार शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई हर बार उल्हासनगर-१ पुलिस टाल मटोल करती रही। तंग आकर वहां के लोगों ने उल्हासनगर और ठाणे कंट्रोल को फोन किया परंतु पुलिस तब भी नहीं आई, तब लोगों ने जुआघर के अंदर घुसने का मन बनाया और अंदर घुसते ही जुआ खेल रहे जुआरी भाग खड़े हुए। जुआघर बंद होने के बाद पुलिस के दो कांस्टेबल वंहा आये और कहा यंहा तो कुछ भी नहीं है और चले गए। अगर इसी तरह से पुलिस आम जनता की रख-वाली करती रही तो अब जनता को खुद ही अपनी रखवाली करनी पड़ेगी।
व.पु.नि. आर. बी. कदम वसुलीभाई वसंत डोले
अग्निपर्व टाइम्स पोर्टल पर अभी कुछ ही दिनों पहले शहाड स्टेशन के सामने जोया अपार्टमेंट के पीछे सुलभ शौचालय के पास, फक्कड़ मंडली में शंकर कुकरेजा और नेहरू चौक के पास सीनू भंडारी के इसी अड्डे के बारे में खबर लिखी थी। इसके अलावा चोपड़ा कोर्ट के पास महानगर पालिका के पास शहीद दुनीचंद कालेज के पास अनेकों जुए अड्डे चल रहे हैं। जिससे उल्हासनगर पुलिस स्टेशन के वसुलीभाई (कलेक्टर) वसंत डोले और सोनार हर महीने लाखों रुपयों की वसूली कर वरिष्ठ निरीक्षक आर बी कदम को पहुंचाते हैं। इसीलिए कंट्रोल रूम की हिदायत के बाद भी पुलिस जुआघर बंद कराने आये लोगों की मदद नहीं करती। पुलिस के सहायक उपायुक्त डी डी टेले तक पहुंचती है हफ्ते की रकम। रोज जुए में हार जाने के तनाव में लोगों के घर बर्बाद हो रहे हैं। औरते बच्चे यतीम हो रहे हैं। मारपीट कत्ल हो रहे हैं। शहर की कानून व्यवस्था चरमरा रही है। परंतु पुलिस वालों के काले पैसों का ग्राफ दिन दूना रात चौगुना बढ़ रहा है। हर बार मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृहमंत्री अनिल देशमुख के पास शिकायत पहुंचती है। परंतु उनको संज्ञान लेने की फुर्सत कहाँ, शायद यही वजह है कि उल्हासनगर की महिलाओं ने अपना परिवार बचाने के लिए अपनी कमर खुद कस ली है।
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