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सरकारी राशन दुकानदार करता था ब्लैक, समाज सेवक ने की प्रशासन से शिकायत। मिली झूंठे मुकदमे में फसाने की धमकी।

 ठाणे जिले के उल्हासनगर शहर में सरकारी राशन दुकानदारों की कालाबाजारी से आम नागरिक त्रस्त है। पुलिस विभाग व राशनिंग अधिकारी हफ्ता लेकर मस्त है। 

               पुर्व कांग्रेसी नगरसेवक अशोक ठाकुर           पिछले दिनों हमनें एक खबर लिखा था। जिसमें उल्हासनगर के श्रीराम चौक स्थित राशन दुकान क्र. 40 F 97 के मालिक अशोक ठाकुर और उनके कर्मचारियों ने ट्रक क्रमांक MH04-4248 से जो गेहूं चावल शक्कर कार्डधारकों को देने के लिए आया था वह गेहूं, चावल, शक्कर, कार्डधारक को न देकर दुकानदारों को ब्लैक में बेचा जा रहा था। जिसको कुछ कार्ड धारकों ने रोकने की कोशिश के साथ ही इस काले कारनामे की शिकायत फोन द्वारा राशनिंग अधिकारी से की। परंतु राशनिंग अधिकारीयों ने मिल रहे हफ्ते के दबाव में वंहा आये तक नहीं कोई कार्रवाई करने कि तो बात दूर है। यह देखकर वंहा मौजूद लोगों ने अपने परिचित नवनिर्माण जनहित सामाजिक संस्था के सचिव रवी पवार को बुलाकर उनको सारी दास्तान सुनाई तत्पश्चात रवी पवार ने राशनिंग अधिकारी और पुलिस दोनों विभागों को फोन पर जानकारी दी। परंतु मौकये वारदात पर कोई नहीं पहुंचा। जिसकी लिखित शिकायत राशनिंग कार्यालय में की गई जिसपर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब पूर्व कांग्रेसी नगरसेवक अशोक ठाकुर व उनके पुत्र, रवी पवार को हफ्ता वसुली के झूंठे मामले में फंसाने की धमकी दे रहे हैं। जिसकी लिखित शिकायत रवीपवार ने पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से की है।

                 उल्हासनगर 5 का राशनिंग कार्यालय 

राशन दुकानदार हो पुलिस विभाग हो या फिर और कोई काला-बाजारी करने वाला, उसकी शिकायत की जाती है तो वह पुलिस प्रशासन से सांठ-गांठ कर झूंठे मामले में फंसाने की धमकी देता है धमकी ही नहीं देता फंसा भी देता है। क्योंकि हर काला-बाजारी पुलिस विभाग के किसी न किसी अधिकारी का चहेता है और हर महीने पैसे पहुंचाता है। यह बात हम इतने दावे के साथ इसलिए कह रहे हैं क्योंकि हमारे पास सबूत है। 

                 उल्हासनगर 5 का राशनिंग कार्यालय 

हमारे पास एक काल रिकॉर्डिंग है जिसमें एक राशन दुकानदार कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन को हर महीने 3 हजार 5 सौ रुपये पहुंचाने की बात कबूल कर रहा है। यही नहीं वह ठाणे आफिस में भी पैसे पहुंचाता है यह भी बता रहा है। दुकानदार कोलसेवाड़ी पुलिस प्रशासन से चिढ़ा हुआ है क्योंकि हफ्ता लेने के बावजूद पुलिस वालों ने उसका बोरी बदला हुआ राशन का माल पकड़ा और उसे पुलिस स्टेशन ले जाकर उससे किरन वाघ और गोविंद कुरले ने 1 लाख 35 हजार की तोड़ पानी की। जिसकी खबर हमने अग्निपर्व टाइम्स की बेबसाइट पर लिखा था। 

इस तरह पुलिस और कालाबाजारी करने वालों की सांठ-गांठ से गरीबों के लिए दिया जाने वाला राशन, खुले बाजार की खुदरा दुकानों पर पहुंच जाता है। जहाँ ऊंचे दामों में बेंचकर दुकानदार मोटा मुनाफा कमाता है। और इस काले कारोबार में हस्तक्षेप करने वाले को झूंठे मामले में फंसा दिया जाता है जहाँ वह पुलिस और कोर्ट-कचहरी के चक्कर लगाता है। इसी डर से कोई भी इन काला बाजारियों का विरोध कोई नहीं करता। 

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