रिया चक्रवर्ती के कॉल रेकॉर्ड में आया मुंबई पुलिस ऑफिसर का नाम, बांद्रा डीसीपी के सम्पर्क में थीं ऐक्ट्रेस रिया।
मृतक सुुुशांतसिंह राजपूतबता दें कि इससे पहले बिहार पुलिस के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय का बयान आया था। जिसमें उन्होंने साफ साफ कहा था कि रिया को मुंबई पुलिस से मदद मिल रही है। अब रिया के कॉल डीटेल्स से वह बात सच साबित हो गई है।
. पुलिस आयुुक्त परमवीर सिंहसीडीआर डीटेल्स में जो जानकारी सामने आई है उससे साफ जाहिर होता है कि रिया चक्रवर्ती बांद्रा पुलिस उपायुक्त अभिषेक त्रिमुखे के सम्पर्क में थीं। रिया और बांद्रा पुलिस उपायुक्त के बीच चार बार फोन पर बात हुई और 1बार SMS के जरिए संदेश दिया गया,यह सारे फोन काल्स सुशांत की मौत के बाद के हैं जब बिहार पुलिस रिया चक्रवर्ती को ढूंढ रही थी और रिया भूमिगत थी।
. फिल्म एक्ट्रेस रिया चक्रवर्ती और महेश भट्टबतादें कि इस कॉल डीटेल्स में और भी कई जानकारियां हाथ लगी हैं, जिससे स्पष्ट है कि रिया ने सुशांत का घर छोड़ने के बाद सुशांत का फोन ब्लाक कर दिया था। जबकि उनकी एक्स मैनेजर श्रुति मोदी (जो सुशांत की पूर्व बिजनस मैनेजर रही हैं) और अब रिया का कारोबार देखती हैं। सुशांत के मैनेजर सैमुअल मिरांडा से भी संपर्क में थी रिया जबकि सुशांत का फोन ब्लाक कर रखा था। शायद यही कारण है कि श्रुति और सैमुअल के नाम एफआईआर में दर्ज हैं, जो सुशांत के पिता के.के.सिंह ने पटना पुलिस में दर्ज कराया था और यही नाम सीबीआई के एफआईआर में भी दर्ज है।इस फोन डीटेल्स में दिखाई दे रहा है, कि रिया और सुशांत की बातचीत पूरे वर्ष में केवल 147 बार हुई जबकि श्रुति के साथ 808 बार और सैमुअल के साथ 289 बार बात हुई।इसके अलावा रिया दो टॉप साइकायट्रिस्ट के सम्पर्क में भी थीं। रिया के कॉल रेकॉर्ड्स में महेश भट्ट नाम भी है जिनसे 16 बार बात हुई करने का मामला भी सामने आया है। रिया ने 147 में सिर्फ 31बार सुशांत को फोन काल किये बाकी सभी काल सुशांत ने रिया को किए इससे यह साफ जाहिर होता है रिया और सुशांत के बीच सब कुछ सही नहीं था। यह जानते हुए भी मुंबई पुलिस ने रिया, सुशांत की पुर्व प्रबंधक श्रुति मोदी और आज के प्रबंधक सैमुअल के बयानों को दर्ज कर इनकी जांच में दिलचस्पी नहीं दिखाई वंही सुशांत के रुम पार्टनर पिठानी को हैदराबाद जाने दिया। जांच में दिलचस्पी दिखाती भी कैसे मुंबई पुलिस में भ्रष्टाचार की दीमक जो लग गई है। बांद्रा परिमंडल के पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह अव्वल दर्जे के भ्रष्ट अधिकारी हैं। यह हम दावे के साथ कह सकते हैं क्योंकि जब यह ठाणे जिले के पुलिस आयुक्त थे तब इन्होने सभी डांसबारों, जुआघरों के साथ ही हर प्रकार के अवैध कारोबार को खुली छूट दे रखी थी। जिसकी शिकायत बार बार करने पर भी कार्रवाई नहीं होती थी। अभिषेख त्रिमुखे भी ठाणे करके गये हैं यह भी पुलिस विभाग में सिर्फ पैसे जमा करने के लिए आये हैं। इस तरह दोनों भ्रष्ट अधिकारियों ने मिलकर सुशांत सिंह की आकस्मिक मौत को बिना किसी जांच के ही आत्महत्या करार कर दिया। सबूतों को मिटाने और रिया चक्रवर्ती को बचाने में लगे रहे। बिहार पुलिस को जांच में सहयोग देने की बजाय जांच के आड़े आते रहे।
डीसीपी अभिषेक त्रिमुखेअब कई अन्य खुलासों के साथ ही ईडी की जांच में सामने आया है कि रिया की सालाना आय 17 लाख रु. है और खर्च 34 लाख। यही नहीं जिस वर्ष उन्होंने अपनी कमाई 17 लाख दिखाई है उसी वर्ष लगभग डेढ़ करोड़ का फ्लैट खरीदा है। 17 लाख सालाना आय से करोड़ों रुपये की अचल संपत्ति कि खरीद फरोख्त कैसे हुई यह जांच अब ईडी कर रही है। 8 जून को रिया सुशांत का घर छोड़कर जाती हैं और सुशांत का फोन ब्लाक कर देती है और 14 जून को कथित तौर पर सुशांत की हत्या हो जाती है। सुशांत की मौत को दिशा सालयान की कथित आत्हमत्या जिसे लोग हत्या करार दे रहे हैं जिसके पीछे का तर्क है जब घर में पार्टी चल रही हो तो किसीने रोका क्यों नहीं और आत्महत्या करने वाली दिशा इमारत से साठ से सत्तर फुट दूर कैसे गिरी मरने वाले के शरीर के कपड़े क्यों गायब थे ऐसे कई सवाल हैं जिनका जवाब लोग ढूंढ रहे हैं, दिशा सालयान का पोस्टमार्टम दो दिनों बाद क्यों किया गया लाश दो दिनों तक अस्पताल में क्यों पड़ी रही?
मृृृतक दिशा सालयानइन सब सवालों का जवाब पुलिस को ढूंढ कर जनता को बताना चाहिए था परंतु पुलिस ने तो आत्महत्या साबित कर केस ही बंद कर दिया। यही नहीं मुंबई पुलिस ने तो उनकी फाईल भी कर दिया और अब कह रही है गलती से हो गयी। किसी जमाने में मुंबई पुलिस का नाम था कार्य-दक्षता के मामले में परंतु अब भ्रष्टाचार के मामले में अव्वल हो चुकी है।
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