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उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन क्षेत्र में हफ्ते के जोर पर खुल रहे हैं नये नये अवैध धंधे!

आख़िरकार ईमानदारी ने तोड़ा दम। फिर शुरू हुआ मद्यवर्ती पुलिस स्टेशन के हद में शंकर अवताड़े के आशीर्वाद से गैरकानूनी जुआ मटका, डांसबार व्यवसाय धे, हफ्ता जिंदाबाद! 


एक तरफ थाने पुलिस आयुक्त आशुतोष डुंबरे ने सभी गैरकानूनी धंधों को हमेशा के लिए बंद करने के आदेश दे रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ जोन 4 अंर्तगत उल्हासनगर कैंप-3, मद्यवर्ती पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक शंकर अवताड़े अपनी जेब गरम करके दे रहे हैं सभी गैरकानूनी धंदों को शुरू करने की अनुमति, पिछले 6 महिने से पूरा पुलिस प्रशासन व सरकार विधानसभा में गैरकानूनी धंधों के जड़ से खत्म होनै की दुहाई दे रहे हैं। तो वहीं मद्यवर्ती पुलिस स्टेशन के हद में धीरे धीरे एक एक करके नये अवैध धंधे शुरू हो रहे हैं। गैरकानूनी धंदे जैसे मटका अड्डा, उल्हासनगर-3, ओटी चौक स्थित अशोक सम्राट नगर में जहाँ खुदको समाज सेवक कहने वाले शिवाजी रगड़े की ऑफिस है, उसके पास, पायल मेडिकल के ठीक बाद वाली गली के अंदर सरकारी शौचालय के बाहर बिंदास बैठे हैं आकड़ा लिखने वाले राइटर तो वहीं, उल्हासनगर - 3, के इंदिरा गांधी भाजी मार्केट के अंदर सरकारी जगह पर चल रहा है बड़े पैमाने पर अवैध मटका अड्डा, जिसके बगल है शिवसेना शिंदे गुट की ऑफिस जहां दिन रात टपोरियों का जमावड़ा लगा रहता है। 

इसके साथ-साथ - 3, नंबर में चलते हैं, बहुत सारे अवैध वीडियो गेम पार्लर, गुटका बिक्री की दुकाने, अवैध डांसबार, वैश्यावृति के धंधे हाथभट्टी, शराब के अड्डे और न जाने क्या क्या? इसीलिये उल्हासनगर में क्राइम ग्राफ दिन ब दिन तेजी से बढ़ता जा रहा है, जिसका मुख्य कारण है, भ्रष्टाचारी पुलिस, अगर पुलिस ईमानदार हो तो मंदिर के बाहर से एक जोड़ी चप्पल भी चोरी नहीं हो सकती मगर बड़े अफ़सोस के साथ कहना पड़ता है पुलिस बिलकुल ईमानदार नहीं है। वह चाहती है अवैध धंधे बढ़े और उनको हफ्ता ज्यादा और ज्यादा मिले। क्योंकि शंकर अवतड़े को सरकार जो तनख्वाह देती है वह उनको पूरी नहीं पड़ती है, इसीलिये उन्होंने जो कसम वर्दी पहनते समय खाई थी वो कसम भूलकर अब ये कसम खाई है के हम जब तक मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक रहेंगे तब तक गैरकानूनी धंधे वालों से हफ्ता लेकर उन्हें संरक्षण देते रहेंगे! इसके साथ साथ जोन 4 के डीसीपी भी अपनी एक लाल डायरी बनाए बैठे हैं जिसमें वसूली की इंट्री जोर शोर से हो रही है। इस तरह बढ़ रहा है उल्हासनगर में पुलिस की मिलीभगत से अवैध धंदों का साम्राज्य, अगर ऐसा ही हाल रहा तो आशुतोष डुंबरे जनता को मुंह दिखाने के लायक नहीं बचेंगे! अब देखना ये है कि ये सभी गैरकानूनी धंधे बंद होते हैं या फिर हमेशा की तरह पुलिस प्रशासन बिल्लियों की तरह अपनी आंखें मूंदकर बेशर्मो की तरह सिर्फ मलाई खाने में व्यस्त रहेगी? अगली खबर में होंगे शंकर अवातड़े से जुड़े हुए और भी कई सारे खुलासे ।

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