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नेता देते हैं जुआघरों को संरक्षण और अपने-आप कहलाते हैं समाजसेवी

मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ निरीक्षक शंकर अवताड़े, हफ्ताखोरी से कब बाज आयेंगे?


उल्हासनगर : उल्हासनगर शहर के कैम्प क्रमांक-3, के ओटी सेक्सन सम्राट अशोक नगर में शिवाजी नामक समाजसेवी अपने कार्यालय के बगल जुआ, अड्डा चलवा कर अपने नाम की तार्किकता खत्म कर रहा है, तो वहीं पुलिस हफ्ते के बदले इस जुए अड्डे को समर्थन देकर, पुलिस की ड्यूटी पर तैनात होते समय खायी गई, अपनी कसम तोड़ कर अपने स्वाभिमान को तो खत्म करती ही है, वचनपूर्ती न कर आपनी आत्मा को भी धोखा देकर लालच में मृतप्राय जिवन जी रहे हैं।


           बतादें माता पिता अपने बच्चों का नाम चुनकर रखते हैं ताकि मेरा पुत्र पुत्री उस महापुरुष जिसका उनको नाम दिया गया है उसका महापुरुष के गुणों से एक प्रतिशत भी गुंण अपनाता है तो उसका जीवन तो सार्थक होगा ही, हमारा भी जीवन संवर जायेगा। जब वही बेटा बड़ा होकर अपनी लालच और अय्याशी के चक्कर में गलत धंधे इख्तियार करता है तब माता के पास पछतावे के सिवाय कुछ नहीं बचता है। सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ऐसा ही एक कुपुत्र ने अपने कार्यालय के पास पायल मेडिकल के ठीक बगल वाली गली में सरकारी शौचालय के बाहर मटका जुआ चलवा कर लोगों को बर्बादी की कगार पर ही नहीं ला रहा है बल्कि महाराष्ट्र के आराध्य शिवाजी महाराज के नाम का भी अपमान कर रहा है? इस मटका नामक जुआ अड्डे का चलचित्र (विडियो) और मटके की चिट्ठी अग्निपर्व टाइम्स के पास है। ऐसे जुआघरों से न जाने कितने घर उजड़ जाते हैं बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है। पर सरकार है की जुआ रोकने के बजाय उसकी बढ़ावा दे रही है। आज हर एनरायड मोबाइल पर जुए के ऐप हैं। वहीं रम्मी सर्कल मोबाइल पर है, जिसके प्रचार में आता है मैने यह जुआ खेलकर दो करोड़ जीता और प्रचार देखकर लोग करोड़पति बनने के लिए ऐसे जुआघरों पर कतार लगा देते हैं। वे यह नहीं जानते कि कंप्यूटर में ऐसी सेटिंग है कि जिस अंक को सबसे कम लोगों ने खरीदा होगा वही खुलेगा और बाकी लोगों का रुपया जुआ चालक की तिजोरियों में, इस तरह अपने मेहनत कर कमाये हुए रुपयों से कुछ अपने जरूरत की चीजें खरीदने के बजाय करोड़पति बनने के चक्कर में जुआ चालक को दे आते हैं और खुद के बीवी बच्चे आभाव में जीते हैं।
    अब हमारे समझ के बाहर होते जा रहा है कि सरकार मोबाइलों पर चल रहे जुआ अड्डों और स्किल गेम के नाम पर चल रही लाटरी जो टोटली फ्रॉड है ऐसे जुआ चालकों को जेल में डालने के बजाय जीएसटी लेकर जनता का भला कर रही है या बुरा, इसका फैसला जनता को ही करना है। घरों से निकलो अपने-अपने इलाके के सांसदों विधायकों से मोबाइल पर चल रहे जुए को बंद कराने का दबाव बनाओ, नहीं तो हमारी नस्लें खराब हो जायेंगी। कोविड-19 ने गरीब से गरीब और दस से बारह वर्ष के बच्चों के हाथों एनरायड मोबाइल पकड़ा दिया है। ऐसे में अपने युवा वर्ग को बचाने के लिए आस्ट्रेलिया की तरह 18 वर्ष से कम के बच्चों को टियुटर, फेसबुक और यु ट्युब की आयडी बनाने से रोकना होगा और सरकार को मोबाइल पर दो करोड़ कमाने जैसे प्रचार को रोकना होगा। 

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