ताजा ख़बर

6/recent/ticker-posts

हिस्ट्रीशीटर नंद वाधवा भी हुआ नाना बागुल के साथ रिपब्लिकन पार्टी (आ) गुट में।

नाना बागुल शिवसेना छोड़ RPI (आ) गुट में शामिल, साथ लाये हिस्ट्री सिटर नंद वाधवा !

उल्हासनगर : महाराष्ट्र ठाणे जिले के उल्हासनगर विधानसभा में चुनावों की घोषणा होते ही अपने अपने फायदे अनुसार पार्टियां बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसी क्रम में नाना बागुल जो शिंदे शिवसेना के उपशहर प्रमुख थे उन्होंने भी शिवसेना को बाय-बाय बोला और भीम सैनिक के साथ ही उल्हासनगर रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया के उल्हासनगर शहर अध्यक्ष बन गये, जो पूर्व उपमहापौर भगवान भालेराव की हकालपट्टी से रिक्त हुआ था। परंतु RPI कार्यकर्ताओं और शहर वासियों को हैरानी तब हुई जब दर्जनों गंभीर अपराधों में आरोपित नंद वाधवा को नीला डुपट्टा ओढ़ा कर RPI आठवले गुट में शामिल कर राजनीतिक संरक्षण दिया गया।

पृथ्वी पर गुनाह कर चांद पर छिपना

बतादें वैसे तो उल्हासनगर शहर के सभी प्रमुख पार्टियों के नेताओं पर किसी न किसी पुलिस थाने में कोई न कोई मामला दर्ज है। हो सकता है कुछ लोगों पर राजनीतिक या राजनीतिक दबाव के चलते मुकदमें दर्ज हुऎ हों। परंतु नंद व राम वाधवा जो आदतन गुनाहगार है। जिसने खुद अक्टिवा मोटर साइकिल की डिग्गी में एमडी ड्रग रखवाकर अपने प्रतिद्वंद्वी राजेश व रवी तलरेजा को एनडीपीएस जैसे गंभीर गुनाह में फसाने की कोशिश किया, जांच में वह गुनाह पलट कर नंद वाधवा पर ही आया और नंद वाधवा को उल्हासनगर पुलिस से बचने के लिए चांद पर जाना पड़ा। और दो वर्ष चांद पर रहकर अब लौटे और RPI के पदाधिकारी बनकर पद सुसोभित करेंगे। अब आप कहेंगे क्या मजाक कर रहे हो, कोई आम आदमी चांद पर कैसे रह सकता है तो बतादें नंद वाधवा और उनके सुपुत्र राम वाधवा ने उल्टे-सीधे कारोबारों से अरबों रुपये अर्जित किए हैं। उन रुपयों से चांद पर जमीन खरीदा है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि उल्हासनगर में नंद वाधवा एकमात्र ऐसे व्यक्ति हैं। जिन्होंने चांद पर जमीन खरीदकर उल्हासनगर का नाम रोशन किया है। परंतु चांद पर नंद का जमीन खरीदना पृथ्वी की पुलिस को भारी पड़ रहा है, क्योंकि नंद व राम पृथ्वी पर गुनाह कर चांद पर छिप जाते हैं।

हिस्ट्रीशीटर नंद वाधवा RPI में शामिल कार्यकर्ता होंगे खुश?

राम व नंद वाधवा पिता पुत्र दोनों हिस्ट्रीशीटर है, जिनपर महाराष्ट्र के पुलिस थानों में गंभीर गुनाह दर्ज हैं। अग्निपर्व टाइम्स के पास नंद व राम वाधवा बाप बेटे पर दर्ज गुनाहों की फाईल मौजूद है। वाधवा वैसे तो कल्याण के रहवासी हैं। परंतु राजनीति उल्हासनगर से ही चलती है। उन्होंने उल्हासनगर की रिपब्लिकन पार्टी शाखा में ही प्रवेश किया है। वाधवा पर फोर्जरी, आर्म्स एक्ट, एनडीपीएस के साथ अन्य कई धाराओं के तहत उल्हासनगर, कल्याण, लोनावाला के साथ महाराष्ट्र के अन्य कई जिलों में दो दर्जन से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। ऐसे गुनाहगार सिर्फ नाना बागुल को ही पसंद हैं, या पूरी रिपब्लिकन पार्टी को यह एक विचारणीय प्रश्न है। इस तरह के गुनाहगार किसी के सगे नहीं होते, उन्हें राजनीतिक संरक्षण चाहिए होता है, जो जाने अनजाने आम लोग ही देते हैं, किसी न किसी पार्टी कार्यकर्ता के रुप में अब देखना होगा की रिपब्लिकन पार्टी के कार्यकर्ता नंद व राम वाधवा पिता पुत्र को अपने सर पर बिठाते हैं या फिर बाहर का रास्ता दिखाते हैं। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ