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उल्हासनगर कल्याण में फर्जी लाटरी का गोरखधंधा, पुलिस का मिल रहा है समर्थन?

नकली लॉटरी की दुकानें उल्हासनगर कल्याण डोम्बिवली में कौन जुआ माफिया चलवा रहा है यह गोरख धंधा? 

       परिमंडल-3, पुलिस उपायुक्त एसबी गुंजाल 

ठाणे : ठाणे पुलिस आयुक्तालय परिमंडल 3 व 4 के पुलिस उपायुक्तों ने नकली झटपट लाटरी की दुकानों को दिया परमीशन कई ठिकानों पर खुलेआम 15 मिनट में जीत हार का परिणाम जाहिर करने वाली फर्जी लाटरी की दुकानें शुरु। अमीर बनने के चक्कर में गरीब बन रहे लोग, जनता के खून-पसीने की गाढ़ी कमाई लूट कर लाटरी चालक पुलिस बन रही है करोड़पति। इन जुआ चालकों ने कई परिवारो का जीना किया मुश्किल। 
          परिमंडल-4, उपायुक्त का कलेक्टर सोम बाबा जाधव 

समय समय पर फर्जी लाटरी की दुकानों की चर्चा विधानसभा में होती रही है। और दिखावे की कार्यवाही भी होती रही है परंतु हफ्ता भर भी नहीं बीतता दुकानें फिर से शुरू हो जाती हैं। इन शुरू हुई दुकानों के जादू के बारे में बताया जाता है कि यहाँ एक रुपये की लागत पर सौ रुपये का मुनाफा होता है। लाटरी चालक पुलिस के आला अधिकारियों से लेकर छोटे-बड़े कर्मचारियों, विधायक, समाज सेवक, स्थानीय गुंडों व कुछ पत्रकारों को हर महीने एक लिफाफा पहुंचाता है, यही जादू है कि अवैध कारोबार बिना जीएसटी भरे ही खुलेआम भरे बाजार में धड़ल्ले से चलाया जा रहा है। इस तरह की दुकानें 100 से अधिक कल्याण डोम्बिवली व उल्हासनगर में चल रही हैं। जोन तीन व चार के पुलिस उपायुक्तों ने अपने-अपने क्षेत्रों में लाखों रुपयों का हफ्ता लेकर दिया है इन जुआ चालकों को समर्थन। यही कारण है कि शिकायतों के बाद भी नहीं होती इन अवैध लाटरी दुकानों पर कार्यवाही जब वरिष्ठ अधिकारी भ्रष्ट हों तब निम्न स्तर के कर्मियों से कैसी अपेक्षा ? छोटी वसूली के लिए पाठारे साहब ने शिंदे को नियुक्त किया है और बड़ी वसूली व सेटींग के लिए वसूलीबाज सोम बाबा जाधव को, इस तरह DCP ने दो कलेक्टर रख रखे हैं।
        परिमंडल-4, पुलिस उपायुक्त डा.सुधाकर पाठारे 

राजश्री लॉटरी बहुत पहले ही बंद हो चुकी है परंतु उसके नामका उपयोग आज भी किया जाता है जबकि कंप्यूटर में कुछ और ही नाम दर्ज होता है। इस तरह कई संगठित जुआ माफिया शासन का महसूल ही नहीं डुबो रहे हैं, बल्कि शहर की भोली भाली जनता को भी ठग रहे हैं। अब देखना होगा कि खबर के बाद सरकार और प्रशासन की आंखों पर बंधी नोटों की पट्टी खुलती है या फिर लाटरी का यह कारोबार यूं ही सरेआम पुलिस के समर्थन से फलता फूलता रहता है और आम जनता लुटती रहती है।

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