* जोन-४, पुलिस उपायुक्त प्रशांत मोहिते के जुआ और डांसबार प्रेम के कारण शहर में बढ़ रही है गुनाहरों की संख्या? जिसके लिए हमने पहले ही किया था सचेत।
हमने पहले ही अपने यु-टियुब चैनल और समाचार पत्र द्वारा बता दिया था की उपायुक्त ट्रेनिंग से आने के बाद बदल गये हैं। योगेश शिंदे नामक पुलिस सिपाही को उन्होंने रख छोड़ा है अपना वसूलीबाज! कार्यालय से 100 कदम की दूरी पर सारी रात डांसबार, जुआघर, विडिओगेम पार्लर और खुलेआम बिक रहा गुटखा।
उल्हासनगर : उल्हासनगर शहर के १७ सेक्सन व श्रीराम चौक पर सारी रात चलते हैं डांसबार इन डांसबारों से मध्यवर्ती और विठ्ठलवाडी पुलिस स्टेशन के कलेक्टर के साथ ही उपायुक्त के कलेक्टर योगेश शिंदे भी करते हैं वसूली, इसलिए इन डांसबारों और जुआघरों को बंद कराने में पुलिस असमर्थ है और बढ़ती गुनहगारी का नतीजा यह हुआ कि लूट लिया गया स्वामी डामाराम दरबार।
अग्निपर्व टाइम्स ने अपने यु टियुब चैनल, समाचार पत्र द्वारा अक्सर पुलिस प्रशासन द्वारा की जाने वाली वसूली के कारण ही जुआ के अड्डे, क्रिकेट सट्टेबाजी और डांसबारों के चलते बढ़ रहे गुनाहों और गुनाहगारों के बारे में अवगत कराते रहे हैं। जुए में हार जाने के बाद या फिर बारबाला की इच्छा पूर्ती न कर पाने के कारण शहर के कई युवाओं ने आत्महत्या कर ली और कइयों ने झपटमारी, डकैती का रस्ता अपना लिया और जेल चले गए। फिर भी पुलिस प्रशासन के हफ्ता प्रेम ने न ही डांसबार बंद कराया और न ही जुआघर बंद कराया। पुलिस प्रशासन की अतिरिक्त कमाई के प्रेम ने आम शहरियों का जीना मुहाल कर दिया है।
अग्निपर्व टाइम्स ने उल्हासनगर-5, हिल लाइन पुलिस स्टेशन की हद में चल रहे अमित टिकम के बड़े जुआघर का चलचित्र दिखाकर पर्दाफाश किया था। परंतु वह जुआघर पुलिस उपायुक्त प्रशांत मोहिते के वसूलीबाज (कलेक्टर) योगेश शिंदे के प्रश्रय में अब तक चल रहा है। यही नहीं हिल लाइन पुलिस के हद में शैलेश पांडव नामक व्यक्ति सतरामदास अस्पताल के पास बड़े पैमाने पर जुआ अड्डा चला रहा है। इन जुआघरों की शिकायत इ-मेल द्वारा एसीपी, डीसीपी और सीपी के अलावा डीजी गृहमंत्री तक की गई है परंतु जुआघर हैं कि बंद ही नहीं होते बल्कि नये नये खुल जाते हैं।
ट्रेनिंग पर जाने से पहले उपायुक्त ने डांसबार और जुआघरों पर नकेल कस रखा था परंतु ट्रेनिंग से लौटते ही उन्होंने अपना वसूलीबाज रखा और वसूली शुरू कर दी। डांसबार खुलेआम पूरी रात सुबह 5:00 बजे तक चलता है। डांसबारों के सामने चौक पर दो-दो पुलिस वाहन खड़े रहते ऐसा लगता है जैसे जुआघर व गुटखा विक्रेताओं को संरक्षण दिया जा रहा है। हमने पहले ही अवगत कराया था कि यहां का माहौल कभी भी बिगड़ व अशांत हो सकता है। क्योंकि आने वाली बार बालाएं नवीमुंबई, अलीबाग, थाने और न जाने कहाँ-कहाँ से आकर काम करती हैं जिनकी वजह से इनके चाहने वाले गुंडे मवाली भी खिंचे चले आते हैं। यही नहीं डांसबार की शोभा बढ़ाने के लिए गैंगस्टर, क्रिकेट बुकी, जुआ का अड्डा चलाने वाले असामाजिक तत्वों का भी जमावड़ा रहता है। यही कारण है कि 2 दिन पहले श्रीराम चौक परिसर में सनातन गुरु बाबा स्वामी डामाराम साहिब दरबार, जहां पूरे साल दुनिया भर से उनके अनुयायी आते जाते रहते हैं। दरबार में कई तरह के धार्मिक आयोजन चलते रहते हैं। दरबार के कर्ता-धर्ता जय भाई साहब हैं। जयभाई और उनके परिवार के सदस्यों को, 7 अज्ञात लोगों ने दरबार में घुसकर घायल किया और दरबार में लूटपाट कर फरार हो गये। पूरी तैयारी के साथ आये 7 नकाबपोश हथियारबंद लोगों ने दरवाजा तोड़कर 40 से 50 लाख के नगदी के साथ कई तरह के कीमती आभुषण और अन्य वस्तुओं को भी लूट लिया। भाई जय के बेटे के विरोध करने पर चाकू से जख्मी किया और भाई साहब की छोटी बेटी के विरोध करने पर अज्ञात लुटेरों ने उसके गले पर चाकू रखकर डराया धमकाया और सीसी टीवी का डीवीआर भी लेकर चले गए।
चौक से गुजरने वालों को सुरक्षित रखने के लिए यहाँ उल्हासनगर मनपा ने हाई मास्क लाइट लगाया है।पर हैरत की बात तो यह है कि रात को 1:00 बजे ही पूरे चौक की लाइट बंद कर दी जाती है। अब आप खुद सोच सकते हैं। डीसीपी मोहिते और उल्हासनगर एसीपी मोतीराम राठौड़ कितने जिम्मेदार अधिकारी हैं? अब देखना यह है कि इस गंभीर मामले का खुलासा पुलिस प्रशासन कैसे और कब करता है? महाराष्ट्र सरकार अपने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपना-अपना वसूलीबाज(कलेक्टर) रखने का अघोषित नियम बंद कर पाती है या फिर यह सिलसिला इसी प्रकार चलता रहेगा।
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