अपने ही अस्पताल में कार्यरत महिला का मोबाइल फोन छीनने की सुपारी देने की जरूरत क्यों पड़ी?
उल्हासनगर : उल्हासनगर-1, 'ए' ब्लाक स्थित लाईफ केयर हास्पिटल के मालिक व प्रमुख डाॅ. मोहम्मद शहाबुद्दीन पर मोबाइल चोरी करने / करवाने का मामला उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन में हुआ दर्ज, पुलिस ने किया गिरफ्तार पहुंचे हवालात!
डाॅ. मोहम्मद शहाबुद्दीन
उल्हासनगर : उल्हासनगर-1, 'ए' ब्लाक स्थित लाईफ केयर हास्पिटल के मालिक व प्रमुख डाॅ. मोहम्मद शहाबुद्दीन पर मोबाइल चोरी करने / करवाने का मामला उल्हासनगर के मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन में हुआ दर्ज, पुलिस ने किया गिरफ्तार पहुंचे हवालात!
डाॅ. मोहम्मद शहाबुद्दीन
उल्हासनगर महानगरपालिका हद के 'A' ब्लाक रोड पर 'सी' ब्लाक चौक से मधुबन चौक जानेवाली सड़क पर गुरुद्वारे के पास उल्हासनगर-1, में लाईफ केयर हास्पिटल है। जिसका मुख्य संचालक मोहम्मद शहाबुद्दीन, जो अपने नाम के पहले Dr. MD. लिखकर लोगों को गुमराह करता है जबकि यह एक युनानी डीग्री धारी चिकित्सक है। जिसको सुई लगाना, ग्लुकोज लगाना यहाँ तक टेलिस्कोप से चेक करने का भी अधिकार नहीं है। फिर भी यह युनानी दवाइयों का जानकार अपने लेटरहेड पर ऐलोपैथिक दवाइयां लिखता है यही नहीं अस्पताल भले ही दूसरे के नाम पर खोल रखा हो परंतु सारा दिन खुद ही इलाज करता है। गाहे बगाहे डीग्री धारी डाॅ. भी बुला लिया जाता है। चौबीस घंटे यहां एमबीबीएस चिकित्सा अधिकारी नहीं रहता है।
डॉक्टर फंसा मोबाइल चोरी में
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चोपड़ा कोर्ट परिसर की रहवासी एक महिला जो शहाबुद्दीन के लाईफ केयर अस्पताल में कार्यरत है, उस महिला के मोबाइल फोन को छीनने की सुपारी शहाबुद्दीन ने अस्पताल के आसपास रहने वाले आरीफ दादा को दिया और आरीफ ने वह सुपारी अरशद अबुकलाम खान उम्र (22) को दे दिया और अरशद ने मोबाइल छीन लिया लेकिन वह पहचाना गया।
रविवार 10 अप्रैल 2022 को महिला कर्मचारी की छुट्टी थी। छुट्टी के दिन अस्पताल के वार्डबोय सगीर ने महिला को फोन कर सूचना दी की आपको शहाबुद्दीन सर बुला रहे हैं। फोन पर सूचना पाकर अस्पताल कर्मचारी महिला अपनी छोटी बहन को साथ लेकर अस्पताल जाने के लिए निकली एटीएम के सामने पहुंचते ही महिला को फोन आ गया फोन सुनने के लिए जैसे ही महिला ने फोन कान से लगाया, घात लगाये पीछे पीछे चल रहा अरशद मोबाइल छिनने लगा छीन झपटी और चिल्लाने की आवाज सुन पास ही रहनेवाला करण दिनेश गुप्ता वहां पहुंच गया, चोर को पकड़ने की कोशिश करने पर मुंह पर बंधा कपड़ा खुल गया, अरशद का चेहरा शिंदे टाइल्स व जूनी गाड़ी खरीदी बिक्री दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। महिला और उसके भाईयों ने पहले अरशद को ढूंढा और न मिलने पर मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन जाकर अरशद के खिलाफ नामजद मोबाइल छीनने का मामला दर्ज कराया और पुलिस भा.द.सं की धारा 392 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को ढूंढने निकली थोड़ी मशक्कत के बाद ही अरशद मिल गया। पूछताछ में उसने बताया आरीफ के कहने पर उसने छिनौती की है। पुलिस ने आरीफ को ढूंढ निकाला तब उसने शहाबुद्दीन का नाम ले लिया, इस तरह फर्जी Dr.MD Sahabuddin पर भी पुलिस ने भादंसं की धारा 392 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। अब लोग पूछ रहे हैं ऐसे क्या सबूत उस मोबाइल में थे जिससे शहाबुद्दीन को वह फोन सुपारी देकर छिनवाना पड़ा। कहा यह भी जा रहा है कि शहाबुद्दीन के किसी महिला से अवैध संबंध थे उसकी रिकॉर्डिंग इस मोबाइल में थी, इस मोबाइल के जरिए डा. को बलात्कार के मामले में फंसाया जा सकता था। शायद इसीलिए शहाबुद्दीन ने मोबाइल फोन छिनवाने की कोशिश की है। आगे की जांच सपोनि राड़ेभात कर रहे हैं।
डॉक्टर फंसा मोबाइल चोरी में
विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार चोपड़ा कोर्ट परिसर की रहवासी एक महिला जो शहाबुद्दीन के लाईफ केयर अस्पताल में कार्यरत है, उस महिला के मोबाइल फोन को छीनने की सुपारी शहाबुद्दीन ने अस्पताल के आसपास रहने वाले आरीफ दादा को दिया और आरीफ ने वह सुपारी अरशद अबुकलाम खान उम्र (22) को दे दिया और अरशद ने मोबाइल छीन लिया लेकिन वह पहचाना गया।
रविवार 10 अप्रैल 2022 को महिला कर्मचारी की छुट्टी थी। छुट्टी के दिन अस्पताल के वार्डबोय सगीर ने महिला को फोन कर सूचना दी की आपको शहाबुद्दीन सर बुला रहे हैं। फोन पर सूचना पाकर अस्पताल कर्मचारी महिला अपनी छोटी बहन को साथ लेकर अस्पताल जाने के लिए निकली एटीएम के सामने पहुंचते ही महिला को फोन आ गया फोन सुनने के लिए जैसे ही महिला ने फोन कान से लगाया, घात लगाये पीछे पीछे चल रहा अरशद मोबाइल छिनने लगा छीन झपटी और चिल्लाने की आवाज सुन पास ही रहनेवाला करण दिनेश गुप्ता वहां पहुंच गया, चोर को पकड़ने की कोशिश करने पर मुंह पर बंधा कपड़ा खुल गया, अरशद का चेहरा शिंदे टाइल्स व जूनी गाड़ी खरीदी बिक्री दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। महिला और उसके भाईयों ने पहले अरशद को ढूंढा और न मिलने पर मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन जाकर अरशद के खिलाफ नामजद मोबाइल छीनने का मामला दर्ज कराया और पुलिस भा.द.सं की धारा 392 के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को ढूंढने निकली थोड़ी मशक्कत के बाद ही अरशद मिल गया। पूछताछ में उसने बताया आरीफ के कहने पर उसने छिनौती की है। पुलिस ने आरीफ को ढूंढ निकाला तब उसने शहाबुद्दीन का नाम ले लिया, इस तरह फर्जी Dr.MD Sahabuddin पर भी पुलिस ने भादंसं की धारा 392 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया। अब लोग पूछ रहे हैं ऐसे क्या सबूत उस मोबाइल में थे जिससे शहाबुद्दीन को वह फोन सुपारी देकर छिनवाना पड़ा। कहा यह भी जा रहा है कि शहाबुद्दीन के किसी महिला से अवैध संबंध थे उसकी रिकॉर्डिंग इस मोबाइल में थी, इस मोबाइल के जरिए डा. को बलात्कार के मामले में फंसाया जा सकता था। शायद इसीलिए शहाबुद्दीन ने मोबाइल फोन छिनवाने की कोशिश की है। आगे की जांच सपोनि राड़ेभात कर रहे हैं।
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