उल्हासनगर : महाराष्ट्र ठाणे जिले के चंद्रशेखर आजाद हिंदी विद्या मंदिर शिक्षण संस्थान जो कि चंद्रशेखर आजाद नगर खेमानी उल्हासनगर 2, में सेवानिवृत्त पूर्व मुख्याधिपिका रेखा यादव व सचिव पद से निष्कासित हरिश्चन्द्र यादव व उनके पुत्र राजिव जो सेन्चूरी रेयान में कार्यरत हैं। इन तीनों ने चंद्रशेखर आजाद विद्यामंदिर में आकर सहायक शिक्षिका कुमारी रत्नासिंह व मुख्यअध्यापिका अर्चना मिश्रा से किया धक्का मुक्की, हाथापाई व मारपीट उल्हासनगर पुलिस स्टेशन में मामला हुआ दर्ज। शिक्षणाधिकारी भाऊराव मुरलीधर मोहिते
विदित हो कि वर्तमान उल्हासनगर मुख्य शिक्षण अधिकारी भाऊराव मुरलीधर मोहिते विद्यालय में आये व वर्तमान मुख्य अध्यापिका अर्चना नीरज मिश्रा को जबरन उनकी चेयर से उठाने की कोशिश करने लगे और उस जगह पर ऊषासहाय नामक शिक्षिका को बैठाने की नाकाम कोशिश की गयी, यहाँ यह बताया जाना जरूरी है कि शिक्षिका ऊषा सहाय जो निष्कासित सचिव हरिश्चंद्र से सांठगांठ कर शिक्षा विभाग, स्कूल प्रबंधन दोनों को धोखे में रखकर पदवीधर न होते हुए पदवीधर का वेतन लेती रही। ऐसी धूर्त शिक्षिका को मुख्याधिपिका की कुर्सी पर बैठाने में नाकामयाब रहने पर शिक्षणाधिकारी खूद मुख्याधिपिका की कुर्सी पर बैठ गये, जिसको अर्चना मिश्रा ने अपना अपमान बताया। शिक्षण अधिकारी का हरिश्चंद्र यादव से बहुत ज्यादा जमती है इसीलिए अर्चना की बहाली में बार बार अड़चन पैदा करते रहे जब अर्चना की फाईल मोहिते के पास पहुंच तब उन्होंने कहा की TET होना जरूरी है, बाद में एक जनसूचना में उन्होंने ही माना की अल्पसंख्यक विद्यालय में TET की कोई आवश्यकता नहीं इस तरह अर्चना मिश्रा की बहाली को मोहिते द्वारा कई बार रोके जाने से उनका वेतन शुरू नहीं हो पाया है। परंतु पिता द्वारा निर्मित स्कूल को सुधारने हेतु अर्चना बिना वेतन के ही जी जान लगाकार सुधारने पर अडिग हैं। जबकि उनके इस नेक काम में शिक्षणाधिकारी भाऊराव मोहिते और हरिश्चंद्र यादव रोड़ा बनते नजर आ रहे हैं। यही नहीं प्रबंधन ने हरिश्चंद्र पर 54 हजार रुपयों के गबन का इल्ज़ाम भी लगाया। हरिश्चंद्र और मोहिते ने अर्चना मिश्रा का हाथ पकड़कर जबरदस्ती मुख्य अध्यापिका की उनकी ही कुर्सी से उठाया जाना नियम विरुद्ध भी है। एक महिला पर हाथ उठाये जाने के बाद भी पूलिस ने रिपब्लिकन पार्टी नेता भगवान भालेराव के दबाव के चलते पुलिस ने हरिश्चंद्र और उनके पुत्र पर धारा 354 और मारपीट के साथ ही ट्रेस पास का मामला नहीं दर्ज किया। चेयरमैन द्वारा निष्कासित होने के बाद भी स्कूल में घुसकर एक सहायक शिक्षिका को मारना और मुख्याधिपिका को उनके आसन से हाथ पकड़ कर उठाये जाने से सारा स्कूल प्रशासन क्षुब्ध है।
निष्कासित सचिव हरिश्चंद्र यादव
इतने में हरिश्चंद्र अपने घर गये और अपनी सेवानिवृत्त पत्नी रेखा यादव को ले आये और उनके आते ही पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों के सामने ही शिक्षिका रत्ना सिंह तथा संचालक मंडल द्वारा नियुक्त मुख्याध्यापिका अर्चना मिश्रा के साथ हरिश्चंद्र, रेखा व उनके सुपुत्र राजीव ने गाली-गलौज, धक्का मुक्की व मारपीट शुरू कर दिया व जान से मारने की धमकी देने लगे, जो मामला उल्हासनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज हुआ है। अब देखना यह है कि उमनपा शिक्षणाधिकारी बीएम मोहिते और पुलिस प्रशासन हरिश्चंद्र यादव, पत्नी रेखा यादव व पुत्र राजीव यादव पर क्या कार्रवाई करती है।
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