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उल्हासनगर में शुरू हुआ अवैध हुक्का पार्लर, नवयुवक और नवयुवतियों का जिवन हो रहा है बर्बाद!



उल्हासनगर शहर में शुरू है हुक्का बार (पार्लर)!

बालिग, नाबालिग लड़के लड़कियां हो रहे हैं, नशे का शिकार! पुलिस, अन्न-औषधि विभाग लापरवाह अनेकों शिकायतों के बाद नहीं करा पा रहे हैं बंद!

उल्हासनगर :उल्हासनगर में आज इस महामारी के दौर में भी शहर के कई इलाकों में चल रहा है हुक्का बार, इन बारों में नुकसानदायक एसेन्स के अलावा चरस, गांजा जैसी नशीली चीजों का इस्तेमाल कर बनाते हैं। धुंआ, इसी धुएँ को मुह से खिंचकर लेते हैं मजा और होता है नशा।

मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन की हद में उल्हासनगर ३ के १७ सेक्सन की टेकड़ी जो धनाढ्य लोगों का  इलाका माना जाता है। वहां की एक इमारत में रोनित नाम का व्यक्ति हुक्का बार चला रहा है! वह एक फेरा हुक्का भरने का लेता है ३५० रुपया। इसी तरह चोपड़ा कोर्ट के पीछे छोटू सर्विस सेंटर के पास, जीतू किराना के सामने, व बी.जे. पान शाप के सामने, पवन जुस सेंटर के पास, पवन चला रहा है हुक्का पार्लर। तीनों हुक्का पार्लर मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन की हद में चल रहा है।
ठाणे आयुक्त जयजीत सिंह व उपायुक्त प्रशांत मोहिते 

उल्हासनगर एक पुलिस स्टेशन की हद में टेलीफोन एक्सचेंज के सामने, राहुल नगर में अजय चला रहा है, हुक्काबार (पार्लर) इन हुक्का बारों में आयुर्वेदिक हुक्का के नाम पर तरह तरह के नशे का सेवन कराया जाता है,चरस, गांजा और नशीली तंबाकू के बगैर हुक्के का मजा ही नहीं आता ऐसा उपभोक्ता कहते हैं। चरस, गांजे के साथ एसेन्स का धुआं पीलाकर लोगों के जीवन को खतरे में डाला जा रहा है। इन हुक्का बारों के द्वारा युवाओं को बांटा जा रहा है। टीबी, कैंसर,कर्क रोग जैसी बीमारियां। पुलिस प्रशासन से अनेकों शिकायतों के बाद कार्रवाई न होने से अब ठाणे अन्न व औषधि प्रशासन से करनी होगी शिकायत! इन हुक्का पार्लरों को बंद कराने के लिए। आग और धुएँ के इस खेल में जहाँ प्रदुषण फैलता है। वहीं आग लगने का खतरा भी बना रहता है। 







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