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प्रभाग समिति २ में शौचालय की जमीन हड़पकर जोखिम आधारित प्लान पर बनी पांच मंजिला इमारत!

 प्रभाग समिति २, हड़पी जा रही है सरकारी जमीन, हड़प करने वालों पर कब होगी (MPDA) के तहत कार्यवाही? G+1का प्लान दिखाकर बनी 5 मंजिल! 
पती पत्नी दोनों ने मिलकर शहर में अवैध बांधकाम की बाढ़ ला दिया है। 
 आयुक्त राजा दयानिधि, महापौर लिलाबाई आसान 

सीसी पैसेज, शौचालय हड़पने में प्रभाग अधिकारी कर रहे हैं ठेकेदार की मदद! काटे गये हरे भरे पीपल के पेड़!


 उल्हासनगर शहर में इस समय अवैध निर्माणों की बाढ़ सी आई हुई है। जहाँ देखो खाली पड़ी सरकारी जमीन हड़पी जा रही है, सीसी पैसेज और गटर भी नहीं छोड़ रहे हैं, ठेकेदार पीपल व बरगद के पेड़ धड़ल्ले से काटे जा रहे हैं। शहर के हालात ऐसे हैं कि एक घर की छत से दूसरे घर की छत पर जाया जा सकता है। दो घरों की खिड़कियों से हाथ बाहर निकालकर आदान प्रदान किया जा सकता है।
उल्हासनगर शहर में नाली, गटर और सरकारी जमीन पर बने हुए अवैध निर्माणों को तोड़ने का आदेश सरकार व कोर्ट द्वारा दिए गए, परंतु उन अवैध निर्माणों को तोड़कर हटाने की बजाय अवैध निर्माण धड़ल्ले से शुरू हैं। ८५५ इमारतों को तोड़ने के आदेश के तहत उच्च न्यायालय ने कहा था कि अब उल्हासनगर में अवैध निर्माण की एक भी ईंट नहीं रखी जानी चाहिए परंतु आदेश को ठेंगा दिखाते हुए उल्हासनगर में हजारों टी गाटर के साथ जोखिम आधारित प्लान पर सैकड़ों आरसीसी इमारतों का अवैध निर्माण हुआ। सरकारी कर्मचारियों के साथ ही स्थानीय नेतृत्व का भरपूर सहयोग रहता है इन अवैध निर्माणों में । लगभग सभी अवैध निर्माणों में स्थानीय नगरसेवक की हिस्सेदारी होती है परंतु आज तक एक भी नगरसेवक, सेविका पर कानूनी कार्रवाई नहीं हुई। 
इसी प्रकार की एक घटना प्रभाग समिति दो के वार्ड -६ में सामने आई है। जहाँ प्रभाग-6 की नगरसेविका जया प्रकाश माखिजा के देवर बाबू माखिजा अपने दो साथियों डीडी पंजाबी और राजेश छतिजा के साथ मिलकर Bk. No.337-A, के पास भाटिया राशन, उल्हासनगर-२ में रिस्क बेस प्लान पर एक 5-मंजिला इमारत का निर्माण कर रहे हैं। इमारत का निर्माण करने के लिए शौचालय व लोगों के आने जाने वाले रास्ते को कब्जा किया गया है। जबकि इस रास्ते पर २०१९ में उमनपा नगरसेविका जया माखिजा के फंड से सार्वजनिक बांधकाम विभाग ने सीसी पैसेज व नाले का निर्माण किया था। फोटो में साफ साफ दिखाई देने वाली वह शौचालय व सीसीपैसेज की जमीन कहां गयी? जो उमनपा वही खाते में दर्ज है। 

इस अवैध निर्माण की शिकायत कयी लोगों के अलावा  अग्निपर्व टाइम्स ने भी की है। परंतु अब तक इस अवैध बांधकाम पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और न ही बांधकाम रोका गया। अब इंतजार है नगरसेविका जया माखिजा व अवैध निर्माणकर्ता पर पुलिस झोपड़पट्टी दादा कानून के तहत कार्रवाई कब करेगी? अब न्यायालय जाने की तैयारी के सिवा कोई चारा नहीं बचा है।


महापौर निष्क्रिय हैं सिर्फ तिजोरी भरने में लगी हुई है, ऐसा लिखने पर उनके सुपुत्र व स्वीकृत नगरसेवक अरुण आसान तिलमिला जाते हैं। परंतु अवैध निर्माणों पर कार्रवाई कब होगी यह बताने में असमर्थ नजर आते हैं। आयुक्त डा.राजा दयानिधि ने तो जैसे रिश्वत लेने में पीएचडी की हुई है! लगता है दाढ़ीवाले बाबा ने इन्हें भी १०० करोड़ का लक्ष्य दे रखा है, इसीलिए पुरी तरह से बेशर्मी पर उतारु हैं। महाराष्ट्र की अघाड़ी सरकार तो सिर्फ वसूली के लिए सत्ता में आई है। 

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