उल्हासनगर में जहाँ अवैध इमारतों का गिरना जारी है वहीं बेतहाशा अवैध निर्माण जारी है!!
उल्हासनगर संवाददाता
उल्हासनगर शहर में एक ओर अवैध इमारतों के गिरने सेे मौतें हो रही है। वहीं शहर में शिवसेना के राज में शिवसेना पदाधिकारी कर रहा है, टाटा पावर के नीचे अवैध बांधकाम करकेे कर रहा है टाटा टावर पर कब्जा।
उल्हासनगर शिवसेना प्रमुख राजेंद्र चौधरी
उल्हासनगर प्रभाग एक गणेश शिंपी के प्रभाग में चरणदास चौक पर मोहिनी पैलेस इमारत के असमय गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई, पर इस दुर्घटना से उल्हासनगर मनपा अधिकारी, कर्मचारी व नगरसेवकों ने कुछ नहीं सिखा! आश्चर्य की बात यह है कि एक मिनट के लिए भी अवैध बांधकामों को रोकने के बारे में और अवैैैध निर्माण करने वाले लोगों पर कठोर कार्रवाई करने का विचार नहीं किया। उल्हासनगर सी ब्लाक परिसर के इंदिरा गांधी नगर में महाराष्ट्र इलेक्ट्रिसिटी कार्यालय के पास आदेश पाटिल नामक शिवसेना पदाधिकारी टाटा टावर को कब्जा कर उसके नीचे अवैध बांधकाम कर टियर गाटर का अवैध निर्माण कर रहा है। पर प्रभाग अधिकारी गणेश शिंपी अपना हिस्सा लेकर इस ओर से गांधारी की तरह आंखों पर पट्टी बांधकर बैठे हैं। कार्रवाई करने से आनाकानी कर रहे हैं।
लाल गोले में दिख रहा है आदेश पाटिल
अग्निपर्व टाइम्स ने जब लिखा की उल्हासनगर में शिवसेना महापौर बनने के बाद उल्हासनगर महानगर पालिका हद में सरकारी जमीन हड़पने, जोखिम आधारित प्लान पर पांच मंजिला अवैध इमारतों का निर्माण कार्य जारी है। जगह-जगह टियर गाटर का अवैध निर्माण जारी है और महापौर आयुक्त बिल्ली की तरह आंखों को बंद कर मलाई खा रहे हैं। इसपर महापौर पुत्र बहुत नाराज हुए और संपादक को आयुक्त से मिलाने के लिए महानगरपालिका बुलाया। जब सत्ता में रहते हुए आयुक्त महापौर की नहीं सुनता तो एक स्तंभ लेखक और साप्ताहिक पत्रिका के संपादक की क्या सुनेंगे? यह कोई और ही चाल थी। शिवसेना महापौर की आयुक्त नहीं सुनता, पालकमंत्री और नगरविकास मंत्री की नहीं सुनता जबकि राज्य सरकार शिवसेना की है। तो ऐसे आयुक्त को मुवत्तल कर देना चाहिए या महापौर को स्तिफा देकर घर बैठ जाना चाहिए। बेज्जती से यही सही रहेगा!


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