शिवसेना को सत्ता का मिल रहा है फायदा नगर विकास विभाग ने शिवसेना को फिर दिया स्थाई समिति भाजपा ने आदेश पर जताई नाराजगी
विधायक ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
उल्हासनगर। महाराष्ट्र सरकार के नगरविकास विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए उल्हासनगर महानगरपालिका की स्थाई समिति सभापति पद का चुनाव टालने से भाजपा आक्रामक हो गई है।
उल्हासनगर। महाराष्ट्र सरकार के नगरविकास विभाग द्वारा कोरोना संक्रमण का हवाला देते हुए उल्हासनगर महानगरपालिका की स्थाई समिति सभापति पद का चुनाव टालने से भाजपा आक्रामक हो गई है।
भाजपा का आरोप है कि शिवसेना सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे के दवाब में नगरविकास विभाग ने यह गैरकानूनी आदेश निकला है, क्योंकि स्थाई समिति में भाजपा को स्पष्ट बहुमत प्राप्त है। भाजपा का सभापति न बन सके इसलिए शिवसेना लोकतंत्र की हत्या करने पर आमादा है। रविवार दोपहर कैंप ३ स्थित गुरु गुलराज साहब कुटिया में भाजपा द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें भाजपा के जिला अध्यक्ष जमनु पुरुस्वानी, आरपीआई के जिला अध्यक्ष और उप महापौर भगवान भालेराव, भाजपा विधायक कुमार आयलानी, नगरसेवक राजेश वधरिया, महेश सुखरामानी, प्रदीप रामचंदानी, लाल पंजाबी, टोनी सिरवानी, राजू जग्यासी, प्रकाश माखीजा, अमर लुंड, पिंटो भतीजा समेत पार्टी के स्थाई समिति के सभी ९ सदस्य मौजूद रहे। भाजपा के जिलाध्यक्ष जमनु पुरुस्वानी तथा विधायक कुमार आयलानी ने पत्रकारों को बताया कि स्थाई समिति सभापति पद के चुनाव को लेकर शिवसेना पूरी तरह से राजनीतिक दवाब बनाकर चुनाव टलवा रही है। जमनु पुरुस्वानी ने बताया कि २२ मार्च को जूम मीटिंग के तहत मनपा की आमसभा में स्थाई समिति के ८ नए सदस्यों का चुनाव संपन्न हुआ, चुनाव को कोंकण आयुक्त ने मान्यता देते हुए मनपा के पत्र पर १५ अप्रैल को सुबह ११ बजे से सभापति पद का चुनाव करवाने की स्वीकृति दे दी। मगर ९ अप्रैल को नगर विकास विभाग ने करोना का हवाला देते हुए १ महीने तक चुनाव न करवाने का आदेश जारी कर दिया। इसके बाद ६ मई को नगरविकास विभाग के सचिव सचिन सहस्त्रबुद्धे ने एक आदेश जारी कर कहा है कि राज्य में करोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सभी महानगरपालिका, नगर पालिका तथा नगर पंचायत में स्थाई समिति तथा विषय समितियों के सभापति और सदस्यों की चुनाव प्रक्रिया स्थगित की गई है। एक महीने के बाद करोना संक्रमण का जायजा लेकर फिर से नया आदेश जारी किया जायेगा। तब तक कोरोना के संदर्भ में उपाययोजना हेतु आवश्यक बैठक ऑन लाइन ली जा सकती है तथा जिन सभापतियों और सदस्यों की सेवा अवधि ३१ मार्च २०२१ को समाप्त हो गई है वही अगला आदेश जारी होने तक कामकाज देखेंगे। इस आदेश से यह जाहिर होता है कि २२ मार्च को मनपा की आमसभा में हुए स्थाई समिति चुनाव का कोई अस्तित्व नहीं बचा। अब ८ नए सदस्य जिनका चयन हुआ था, उन सदस्यों का चुनाव रद्द हो गया। भाजपा का कहना है। यह सरासर लोकतंत्र की हत्या है। उल्हासनगर भाजपा विधायक कुमार आयलानी ने इस संदर्भ में नाराजगी जताते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर सारी बातों से अवगत करवाते हुए उचित कार्रवाई का अनुरोध किया है।
वहीं जब आम लोगों से इस तकरार के बारे में विचार जानने की कोशिश की गयी तो उन्होंने कहा उल्हासनगर मनपा भ्रष्टाचार की गर्त में डूबी हुई है। यह तकरार कमिशन के लिए हो रही है। भगवान भालेराव को उपमहापौर के बाद अब स्थायी समिति चाहिए इसलिए शिवसेना का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। भगवान भालेराव शहर में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले की तस्वीर लगाकर जमीन हड़पकर उसपर अवैध निर्माण करवाते हैं। तो वही जमनु भी अवैध बांधकामों में लिप्त हैं। किस किस का नाम लू हमाम में सभी नंगे हैं। इस तरह इनके इस तकरार से जनता कोई लेना-देना नहीं है।
वहीं जब आम लोगों से इस तकरार के बारे में विचार जानने की कोशिश की गयी तो उन्होंने कहा उल्हासनगर मनपा भ्रष्टाचार की गर्त में डूबी हुई है। यह तकरार कमिशन के लिए हो रही है। भगवान भालेराव को उपमहापौर के बाद अब स्थायी समिति चाहिए इसलिए शिवसेना का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया है। भगवान भालेराव शहर में केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले की तस्वीर लगाकर जमीन हड़पकर उसपर अवैध निर्माण करवाते हैं। तो वही जमनु भी अवैध बांधकामों में लिप्त हैं। किस किस का नाम लू हमाम में सभी नंगे हैं। इस तरह इनके इस तकरार से जनता कोई लेना-देना नहीं है।
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