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उल्हासनगर के कैम्प क्रमांक 4 में प्रतिबंधित गुटखे के कई गोदाम, पुलिस लेती है हफ्ता!!

विठ्ठलवाड़ी पुलिस निरीक्षक कन्हैया थोराट चलवा रहे हैं, अवैध गुटखे का व्यापार ।

उल्हासनगर संवाददाता
उल्हासनगर शहर के हर गली चौराहे पर, पान की दुकानों पर खुलेआम बिकता है प्रतिबंधित गुटखा पान मसाला।

सुत्रों से पता चला है कि उल्हासनगर कैम्प क्रमांक 4 के 26 सेक्सन गुरुसंगत दरबार के पास दिपक दुसेजा उर्फ दिनेश की दुकान और मकान इस समय विमल, शुद्ध प्लस और अनेकों प्रकार के गुटखे का गोडाउन बना हुआ है। बताया जाता है सुबह 4 और 5 बजे के बीच गुजरात से गुटखे का पुरा भरा हुआ ट्रक आता है। और पूरा दिन कई अक्टिवा बाइक के डिक्की, आगे रखकर कैम्प 1 से लेकर 5 नंबर तक सप्लाई हो जाता है।
1 महीने पहले दिनेश का माल विठ्ठलवाड़ी पुलिस वालों ने पकड़ा था। परंतु मामला दर्ज नहीं हुआ। ले देकर रफा दफा कर दिया गया। कैम्प क्र.4 में ऐसे कई गोदाम हैं, जिनसे विठ्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन के कन्हैया थोराट को हर महीने उनका वसुली भाई (कलेक्टर) राहुल काले लाकर पहुंचाता है लाखों का हफ्ता!
जब से विठ्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन का पद भार कन्हैया थोराट ने संभाला है, तबसे विठ्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन के सभी वसुली वाले पुलिसकर्मी परेशान हैं। क्योंकि कन्हैया थोराट सारा माल खुद ही गुड़ूप कर ले रहे हैं। बताया जाता है वरिष्ठ निरीक्षक थोराट विठ्ठलवाड़ी पुलिस स्टेशन में पदस्थ होने के लिए एक करोड़ से ज्यादा रुपये उच्च अधिकारियों को दिए हैं। शायद उन्हीं मामलों में से एक है। जिसको तत्कालीन आईपीएस रश्मि शुक्ला ने उजागर किया था। अब सरकार उन्हें फसाने में लगी हुई है। वही रुपये जमा करने के लिए सभी अवैध धंधों का हफ्ता डेढ़ गुना से ज्यादा कर दिया गया है। पहले जहाँ डांसबार का हफ्ता 70 हजार था, थोराट के आने के बाद 1 लाख 25 हजार हो गया है। ज्यादा हफ्ता देने के लिए डांसबार वालों ने बनाया वीआईपी रुम। इन रुमों में क्या होता है? यह तो डांसबार वाले बता सकते हैं या फिर इस्तेमाल करनेवाले के अलावा वरिष्ठ निरीक्षक थोराट! ही बता सकते हैं। ऐसे चलता है पुलिसिया कारोबार! इस तरह के शासन प्रशासन से एक उन्नत समाज की कल्पना कैसे की जा सकती है। यह सोचने का समय अब आ गया है। 

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