भाजपा नेता महेश सुखरामानी का बेटा मैच सटोरिया?
7768866392 / 7768866396 /8857015990 इन नंबरों से लगवाता है सट्टा!
महेश सुखरामानी सट्टेबाज के साथ
उल्हासनगर अपटा संवाददाता
उल्हासनगर के पुर्व नगरसेवक कारी माखिजा ने गृहमंत्री अनिल देशमुख को पत्र लिखकर उल्हासनगर में चल रही मैच सट्टेबाजी और फिक्सिंग को रोकने की मांग की है। पत्र की प्रति उन्होंने ठाणे पुलिस आयुक्त, उपायुक्त और सहायक उपायुक्त को दिया है। कैलास सुखरामानी
उल्हासनगर शहर में जुआरियों की भरमार है। शायद इसीलिए उल्हासनगर के कोने-कोने में जुआघर चलते हैं। मैच सट्टेबाजी की भी खबरें आती रहती हैं। सट्टेबाजी के आरोप में कई पत्रकार और कथित समाज सेवकों पर पुलिस कार्रवाई भी कर चुकी है। सुत्रों से पता चला है कि एक अकेले उल्हासनगर शहर में ४० से ५० बुकि हैं, इन बुकियों में कई नेता पत्रकार व समाजसेवक शामिल हैं।
अग्निपर्व टाइम्स को एक पत्र, चलचित्र व अभिलेख (रिकार्डिंग) मिली है जिसमें यह दर्शाता है कि मैच में सट्टा लगाने के लिए एक व्यक्ति बिर्लागेट नीलकंठ मंदिर के पास स्थित जोधपुर मिठाई की दुकान पर रुपये १० हजार पेशगी जमा करता है। पैसे जमा हो गए यह सुचना अपने साथी को भ्रमण ध्वनि पर देता है, जिसको कैलास सुखरामानी बताया जा रहा है। पेशगी जमा करने के बाद सट्टा लगाने के लिए भ्रमण ध्वनि क्रमांक उपलब्ध करवाया जाता है। जिसमें कैलाश सुखरामानी (राम) कोडवर्ड बताता है। इस अभिलेख में तीन लोग हैं। जिनके नाम इस प्रकार बताए गए हैं। १.कैलास सुखरामानी,२. नरेश जोगरा और ३.पवन। पेशगी देते समय बंटी नामक व्यक्ति ने यह चलचित्र चित्रीत किया है।ऐसी जानकारी अग्निपर्व टाइम्स को मिली है। कारी माखिजा के पत्र में महेश सुखरामानी पर मैच बुकी होने के साथ ही वेश्या व्यवसाय चलवाने और भू माफिया होने का दावा भी किया गया है। गृहमंत्री, पुलिस आयुक्त उपायुक्त को पत्र देकर जांच कर कार्रवाई की मांग की है। इस पत्र की एक प्रति और कई भ्रमण ध्वनि अभिलेख के साथ चलचित्र अग्निपर्व टाइम्स के पास मौजूद है।
भाजपा नेता महेश सुखरामानी, महेश एसिड के नाम से भी जाने जाते हैं। चुनाव पुर्व एक चलचित्र सोशल मीडिया पर प्रसारित किया गया था जिसमें दर्शाया गया था शांतीनगर स्थित इनके लाजिंग में वेश्या व्यवसाय होता है। इसी तरह अवैध बांधकामों में लिप्त होने का आरोप भी लगाया जाता रहा है। फिर भी महेश सुखरामानी सिंधी समाज और उल्हासनगर भाजपा के सीरमौर्य बने हुए हैं। यह समझ से परे है। क्या भाजपा का यही रामराज्य है? क्या भाजपाई राम के चरित्र को नहीं जानते, 'राज्य के एक तुक्ष नागरिक के आरोप पर अपनी परम प्रिय पत्नी को राम ने त्याग दिया था' ऐसे राम के राज्य का नाम लेकर फाईल चोर, शौचालय हड़पू और अवैध निर्माणकर्ताओं को उल्हासनगर की सत्ता के शिखर पर बैठा रही है भाजपा।
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