प्रभाग-२ अधिकारी अनिल खतुरानी सपना गार्डन के पास बन रहा करीब ११सौ स्क्वैरफुट का अवैध टियर गाटर बनाने वाला ठेकेदार बाला श्रीखंडे
उल्हासनगर महानगर पालिका में इस समय डबल टीयर गाटर की बाढ आई हुई है। कितनी ही शिकायतों के बाद भी अवैध निर्माण रुकने का नाम नहीं ले रहा है। नेता नगरसेवक सभी अवैध बांधकामों में लिप्त हैं!
बैरेक नंबर ४९०के पास डबल टियर गाटर, ठेकेदार बाला श्रीखंडे यह अवैध बांधकाम प्रभाग-1 अधिकारी अजय ऐडके की देखरेख में चल रहे हैं
उल्हासनगर महानगर पालिका में जब से भ्रष्ट आयुक्त डॉ राजा दयानिधि ने कार्यभार संभाला है तबसे उल्हासनगर में अवैध बांधकामों की बाढ़ आ गई है। अवैध आरसीसी इमारतों के साथ ही डबल टियर गाटर और सरकारी जमीन हड़पने का कारोबार जोरों पर चल रहा है। इन अवैध बांधकामों से प्रभाग अधिकारी, बीट मुकादम कमाकर हो रहें हैं मालामाल और जनता का निकल रहा है दिवाला। जहाँ एक ओर उमनपा की तिजोरी को चूना लग रहा है तो वंही आम जनता चार गुना दाम देकर निर्माण करवा रही है वह भी घटिया तरीके, सामान से।
उल्हासनगर महानगर पालिका को महाराष्ट्र सरकार ने भ्रष्टाचारियों के हवाले कर दिया है। नगर विकास मंत्री, मंत्रालय व मुख्यमंत्री तक शिकायत के बाद भी भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं नहीं हो रही है। अगले दस वर्षों में जब यह अवैध टियर गाटर गिरने लगेंगे तब जान माल की हानि की जिम्मेदारी किसकी होगी यह जानना चाहते हैं शहर के प्रबुद्ध लोग। प्रभाग-1 के प्रभाग अधिकारी अजय ऐडके और प्रभाग दो के प्रभाग अधिकारी तो कई अवैध निर्माण में हिस्सेदारी भी निभा रहे हैं ऐसी जानकारी मिली है। क्या इनपर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्यवाही होगी?
उल्हासनगर महानगर पालिका में जब से भ्रष्ट आयुक्त डॉ राजा दयानिधि ने कार्यभार संभाला है तबसे उल्हासनगर में अवैध बांधकामों की बाढ़ आ गई है। अवैध आरसीसी इमारतों के साथ ही डबल टियर गाटर और सरकारी जमीन हड़पने का कारोबार जोरों पर चल रहा है। इन अवैध बांधकामों से प्रभाग अधिकारी, बीट मुकादम कमाकर हो रहें हैं मालामाल और जनता का निकल रहा है दिवाला। जहाँ एक ओर उमनपा की तिजोरी को चूना लग रहा है तो वंही आम जनता चार गुना दाम देकर निर्माण करवा रही है वह भी घटिया तरीके, सामान से।
उल्हासनगर महानगर पालिका को महाराष्ट्र सरकार ने भ्रष्टाचारियों के हवाले कर दिया है। नगर विकास मंत्री, मंत्रालय व मुख्यमंत्री तक शिकायत के बाद भी भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं नहीं हो रही है। अगले दस वर्षों में जब यह अवैध टियर गाटर गिरने लगेंगे तब जान माल की हानि की जिम्मेदारी किसकी होगी यह जानना चाहते हैं शहर के प्रबुद्ध लोग। प्रभाग-1 के प्रभाग अधिकारी अजय ऐडके और प्रभाग दो के प्रभाग अधिकारी तो कई अवैध निर्माण में हिस्सेदारी भी निभा रहे हैं ऐसी जानकारी मिली है। क्या इनपर भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्यवाही होगी?
राज्य सरकार की सारी मशीनरी जब भ्रष्टाचार में सहयोग दे रही हो तो किसकी मजाल है भ्रष्टाचार रोक सके। इसलिये आम जनता को आने वाले चुनावों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने वाले सांसद, विधायक और नगरसेवकों को चुनाव में हराकर अपनी जागरूकता का परिचय कराने की जरूरत है।
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