उल्हासनगर विधानसभा से ओमी कालानी मैदान में, दर दर भटक रहे हैं टिकट के लिए, लोकसभा में दोस्ती का गठबंधन बनाकर भाजपा शिवसेना का किया प्रचार !!
कुछ महीने पूर्व हुए लोकसभा चुनाव में श्रीकांत शिंदे के प्रचार में व्यस्त थी, टीम ओमी कलानी और अब खुद के लिए शरद पवार की पार्टी का चुनाव चिन्ह ही नहीं मांग रहे बल्कि स्वघोषित उम्मीदवार बन गये और प्रचार में व्यस्त हैं। टिकट मिला या नहीं परंतु प्रचार कर रहे हैं स्वघोषित युवा आइकन ओमी कलानी। अब जब शरद पवार की पार्टी के लोगों ने तरजीह नहीं दी तो यह साफ किया कि अगर उन्हें पवार की पार्टी से टिकट नहीं मिला तो वे निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। वैसे उनके पिता पप्पू कालानी चार बार और दिवंगत माता ज्योति कालानी एक बार विधायक पद पर रह चुकी हैं।इस बार ओमी कलानी द्वारा चुनाव लड़े जाने की तैयारी है।
बेटे को विधायक बनाना एकमात्र उद्देश्य
अपने बेटे को विधायक बनाने के लिए पप्पू कालानी मैदान में कूद पड़े हैं। यही कारण है कि कांग्रेस नगरसेवक, महापौर और विधायक के रूप में राजनीति की शुरुआत कर कुर्सी बचाने के लिए गुंडई कर कई हत्याओं में शामिल हुए, आरोप लगा और जेल जाने का कारण बना, पहले टाडा और फिर आजीवन कारावास की सजा पाने वाले बड़े कालानी अब जेल से बाहर हैं। टिओके के सर्वेसर्वा ओमी कालानी ने शरद पवार की राष्ट्रवादी पार्टी से उल्हासनगर विधानसभा चुनाव लड़ने का बिगुल फूंक दिया है। कार्यकर्ताओं और मतों का जुगाड़ करने के लिए पप्पू कालानी 32 साल बाद कांग्रेस कार्यालय गये और पदाधिकारियों से बातचीत की। 1986 में पप्पू कांग्रेस पार्टी से पार्षद चुने गये, 1987 में नगराध्यक्ष व तीन वर्ष बाद (1990) में हुए विधानसभा चुनाव से कांग्रेस विधायक बने। नेहरू चौक के कांग्रेस कार्यालय में आखिरी बार 1992 में गये थे पप्पू कालानी। विधायक बनते ही सत्ता का नशा सर चढकर बोलने लगा और हर विरोधी कोशिश निपटाने लगे। शहाड रिक्शा युनियन नेता के कत्ल के बाद उदय हुए नेता पप्पू कालानी, रिक्शा यूनियन नेता मारुति जाधव की हत्या के मामले से अस्त हो गये। उनपर 1992 में टाडा लगा और 2002 तक 10 वर्ष पुणे की यरवडा जेल में रहे। टाडा हटने के बाद जेल से बाहर आये और घनश्याम बठिजा कत्ल मामले में 2012 में उम्रकैद की सजा पाकर फिर जेल चले गये। पप्पू के गुरु शरद पवार की पार्टी सत्ता में आई, भले ही मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रहे हों परंतु गृहमंत्री पवार के ही थे। कोरोना में 70 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को पे रोल पर छोड़ा जा रहा था। 70 वर्ष से अधिक आयु के कारण 2021 में जेल से बाहर आये और फिर जेल नहीं गये।
ओमी कालानी भी किसी के वफादार नहीं
ओमी कालानी अपनी दूसरी पत्नी पंचम कालानी के राष्ट्रवादी शरदपवार पार्टी उल्हासनगर जिला इकाई की अध्यक्षा होते हुए, दोस्ती का गठबंधन बनाकर ओमी ने भाजपा शिवसेना के लिए प्रचार किया और पांच करोड़ भी लिया ऐसा सूत्र बताते हैं। अब बारी है कल्याण लोकसभा सांसद श्रीकांत शिंदे की वह इस मैत्री के गठबंधन को विधानसभा चुनाव में कैसे निभाते हैं? टीम ओमी कलानी की चो # र कमेटी की बैठक गोवा में संपन्न हुई। दिलचस्प यह रहा कि इस समिति के अध्यक्ष कांग्रेस नेता डॉ.जयराम लुल्ला रहे और एनसीपी नेता जीतेंद्र अव्हाड़ भी पहुंचे थे। जेल से बाहर आने के बाद से ही पप्पू कालानी ओमी कालानी को सुधारकर विधायक बनाने के लिए सक्रिय हैं। यही वह वजह है कि उन्होंने 32 वर्ष बाद कांग्रेस कार्यालय में कदम रखा और जिला अध्यक्ष रोहित साल्वे से मोर्चे के गठन पर चर्चा की जहाँ टीम ओमी कालानी से कमलेश निकम, मनोज लासी और कांग्रेस के कुछ पदाधिकारी उपस्थित थे। कांग्रेस जिला अध्यक्ष रोहित साल्वे ने कहा ओमी कालानी ने शरद चंद्र पवार की एनसीपी पार्टी से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई है। हम महाविकास अघाड़ी में हैं अगर पार्टी ने टिकट नहीं भी दिया तो भी हम अकेले दम पर ओमी के लिए प्रचार करेंगे। अगले अंक में बतायेंगे कि कमलेश निकम के चलते कालानी महल से दूर हो रहे लोग।
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